भारत चीन विवाद को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक बयान जारी किया था जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत हुई है। वह चीन सीमा विवाद को लेकर अच्छे मूड में नहीं है। ट्रम्प ने गुरुवार को व्हाइट हॉउस में प्रेस को सम्बोधित करते हुए चीन और भारत के बीच मध्यस्थता करने की बात दोहराई थी।परन्तु न्यूज़ एजेंसी के हवाले से ये खबर आयी की भारत के प्रधानमंत्री और ट्रम्प के बीच ऐसी कोई बातचीत हुई ही नहीं है और आखिरी बार ट्रम्प और मोदी के बीच बात 4 अप्रैल को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा को लेकर हुई थी।
“प्रधानमंत्री बहुत अच्छे व्यक्ति है”: राष्ट्रपति ट्रम्प
भारत व चीन के बीच बड़ा टकराव चल रहा है। मैं आपके प्रधानमंत्री को बहुत पसंद करता हूँ। वे बहुत अच्छे व्यक्ति है। दोनो देशों में 1.4 अरब से ज्यादा लोग हैं और दोनों के पास काफी सशक्त सैन्य बल है। भारत खुश नहीं है और संभवतः चीन भी खुश नहीं है। मैं आपको बताता हूं कि मैंने मोदी से बात की थी और वह चीन को लेकर अच्छे मूड में नहीं हैं।’’
भारत ने कहा “बातचीत से सुलझा लेंगे मसला “
भारत के विदेश मंत्रालय ने ट्रम्प की मध्यस्थता वाली बात पर अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा,”पड़ोसी देश के साथ मसले पर शांतिपूर्ण रूप से हल निकालने के प्रयास जारी हैं।” अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रम्प पहले भी भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता करने की बात कही थी, जिसे भारत ने पहले ठुकरा भी दिया था और कहा कि भारत का यह आंतरिक मामला है।
वर्तमान में भारत और चीन के बीच विवाद 5 मई और 9 मई को सामने आये थे। जब पोंगर झील के उत्तरी इलाके में भारत चीन के लगभग 200 सैनिक आमने सामने आ गये थे। इसके बाद 9 मई को भारत चीन के सैनिक आमने सामने हो गए थे। द हिन्दू के अनुसार ये विवाद नकूला सेक्टर के आस पास हुआ था। जिसमें दोनों देश के सैनिकों के बीच मुक्के भी चल गए थे। अफसरों के दखल देने के बाद दोनों बार मामले को शांत कराया गया।
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