भारतीय सिनेमा जगत में बहुत सारे अभिनेताओं और अभिनेत्रियों ने ब्लॉकबस्टर फिल्में दी हैं। बहुत सारी फिल्में भारत की सेनाओं तथा देश भक्ति से परिपूर्ण भी रहीं हैं। लेकिन क्या आप किसी ऐसे एक्टर के बारे में जानते हैं कितने पाकिस्तान में जाकर उसे उसकी औकात दिखाने का काम किया था। आप सभी लोग सोच रहे होंगे कि हम सनी देओल की बात कर रहे हैं। लेकिन नहीं हम बात कर रहे हैं बॉलीवुड अभिनेता फिरोज खान की। आजादी के इस उत्सव पर हम आपको फिरोज खान का एक ऐसा किस्सा बताने वाले हैं जिसे सुनकर आप आश्चर्यचकित हो जाएंगे।
दरअसल साल 2006 में फिरोज खान अपने भाई की फिल्म ताजमहल को प्रमोट करने के लिए पाकिस्तान गए थे। पाकिस्तान में दिए हुए एक इंटरव्यू के दौरान फिरोज खान ने पाकिस्तान के लिए अपशब्द कहे थे। बाद में जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री परवेज मुशर्रफ को रिपोर्ट सौंपी गयी। उसमें कहा गया था कि अभिनेता फिरोज़ खान (Feroz Khan) तब शराब के नशे में थे, उन्होंने पाकिस्तान (Pakistan) के सिंगर और एंकर फक्र-ए-अलाम की बेइज्जती कर दी थी, साथ ही पाकित्सान के लिए भी कड़े शब्दों में आलोचना की थी।
आपको बता दें फिरोज़ खान (Feroz Khan) ने पूरी बेबाकी के साथ कहा था कि “मैं एक प्राउड इंडियन हूं। भारत एक धर्म-निरपेक्ष देश है। हमारे यहां मुस्लिम भी प्रगति कर रहे हैं जो कि पाकिस्तान में नहीं हैं। हमारे राष्ट्रपति मुस्लिम हैं जबकि प्रधानमंत्री सिख है। पाकिस्तान इस्लाम के नाम पर बना था लेकिन देखिए कैसे यहां मुसलमान ही मुसलमान को मार रहा है।” फिरोज खान के इस बयान ने भारत वासियों का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया था। और दूसरी तरफ पाकिस्तान की इस तरह की बेइज्जती आज तक उसी के वतन में जाकर किसी ने नहीं की थी। फिरोज खान(Feroz Khan) से खफा होकर उस वक्त के पाकिस्तानी प्रधानमंत्री परवेज़ मुशर्रफ (Pervez Musharraf) ने हमेशा-हमेशा के लिए पाकिस्तान में एक्टर की एंट्री पर बैन लगा दिया था ।
आपको बता दें कि 70 से 80 के दशक के बीच उनके निर्देशन में बनी ‘धर्मात्मा’ ‘कुर्बानी’ ‘जांबाज’ और ‘दयावान’ जैसी फिल्में फिरोज खान के लिए बेहतरीन साबित हुईं। 27 अप्रैल 2009 को फिरोज़ खान का निधन फेफड़ों के कैंसर की वजह से हुआ था ।