मेरठ के रोहटा क्षेत्र में कुछ लोगों ने क्वांटीन लोगों के सैंपल लेकर लौट रही स्वास्थ्य विभाग की टीम पर पुलिसकर्मियों ने हमला कर दिया। इन लोगों ने टीम के सदस्यों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। हमले के विरोध में चिकित्सक स्वास्थ्य सेवाएं ठप कर सीएचसी धरने पर बैठ गए। जिसके बाद मेरठ के एसएसपी ने एक सिपाही को लाइन हाजिर करते हुए इंस्पेक्टर रोहटा व दरोगा के खिलाफ जांच के आदेश् दिए हैं। मामला रोहटा थाना क्षेत्र का है। हापुड़ निवासी उमेश कुमार पीसीएस रैंक के अधिकारी हैं और रोहटा सीएचसी पर स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी के पद पर तैनात हैं।
शनिवार शाम वह अपने सहयोगियों आशुतोष शुक्ला और मोहित कुमार के साथ कार से सीएचसी लौट रहे थे। आरोप है कि रोहटा बस स्टैंड पर पुलिस ने चेकिंग की बात कहकर स्वास्थ्यकर्मियों को कार से उतार लिया। स्वास्थ्य कर्मी बताने और आईकार्ड दिखाने के बाद भी पुलिसकर्मियों ने उनसे अभद्रता की। विरोध करने पर दौड़ा दौड़ाकर पीटा। उमेश कुमार ने फोन कर इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी। घटना के विरोध में सभी चिकित्सक एकजुट हो गए और चेतावनी दी कि जब तक आरोपियोें के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी तब तक स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह ठप रहेंगी। मेरठ के एसएसपी अजय सहानी का कहना है की एक सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया गया है। इंस्पेक्टर और दरोगा की जांच रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई होगी।
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