भारत में कोविड-19 की दूसरी लहर की शुरुआत हो चुकी है। देश में प्रति 24 घंटे में एक लाख से अधिक कोरोना संक्रमण के मामले मिल रहे हैं। इसी तर्ज पर अब राज्यों में भी हर 24 घंटे पर कई हजार मामले सामने आ रहे हैं, जिस वजह से राज्य सरकार समेत केंद्र सरकार भी परेशान हो गई है। फिलहाल उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के सबसे अधिक मामले मिले हैं। साथ ही निजी अस्पतालों के मनमानी वसूली का भी मामला सामने आ रहा है। साथ ही अब छत्तीसगढ़ की सरकार का एक फैसला लोगों को काफी चिंतित कर रहा है।
खबरों के अनुसार छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य विभाग ने आदेश जारी किया है, जिसमें उन्होंने कहा कि अब अगर किसी व्यक्ति की मृत्यु कोरोना संक्रमण के कारण होती है, तो उसके परिजनों से ढाई हजार रुपए शव के स्टोरेज और कैरिज के नाम पर लिए जाएंगे। बता दे छत्तीसगढ़ सरकार के इस नए आदेश की आम लोगों के अलावा बीजेपी ने भी राजभवन में कड़ी आपत्ति जताई है। साथ ही इसे गलत भी करार दे दिया है। वहीं दूसरी ओर बीते दिन छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपनी कैबिनेट के साथ एक मीटिंग की और प्राइवेट अस्पतालों के मनमानी वसूली पर भी बड़ा फैसला लिया है।
हम आपको बता दें पिछले कई दिनों से छत्तीसगढ़ में यह शिकायत सरकार को मिल रही थी कि प्राइवेट अस्पताल वाले अपने मर्जी के अनुसार हर एक वार्ड और आईसीयू का पैसा आम जनता से वसूल रहे हैं, जिसके बाद अब सरकार की ओर से एक नई दरे तय कर दी है, जिसके अंदर ही अब निजी अस्पताल वाले अपना बिल बना पाएंगे।
नई दरों के अनुसार सामान्य बीमार वाले व्यक्ति के ऊपर प्रतिदिन सरकार ₹6200 खर्च करेगी। वही जो व्यक्ति गंभीर रूप से करोना संक्रमण से पीड़ित है, उसके ऊपर सरकार प्रतिदिन ₹12000 खर्च करेगी, जिसमें बगैर वेंटिलेटर का आईसीयू वार्ड शामिल है। इसी के साथ जो व्यक्ति अत्यधिक गंभीर बीमारी है। उसके ऊपर सरकार प्रतिदिन ₹17000 खर्च करेगी, जिसमें वेंटीलेटर के साथ आईसीयू वार्ड शामिल है। बता दे अब उम्मीद की जा रही है कि छत्तीसगढ़ सरकार के नए फैसले से प्राइवेट अस्पताल वाले जनता से वसूली नहीं कर पाएंगे।