आईआईटी कानपुर अब भविष्य में आने वाली सुनामियों के बारे में पहले से ही करेगा भविष्यवाणी
कानपुर | आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर एक ऐसा मॉड्यूल विकसित करने में लगे हुए हैं जिसकी मदद से भविष्य में आने वाले समुद्री तूफानों का पहले से ही पता लगाया जा सकेगा। जिससे इस तरह की आपदा में होने वाली भीषण हानि को कम करने में काफी मदद मिल सकेगी। ये काम आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर जावेद एन. मलिक और उनकी टीम कर रही है।
प्रो. मलिक और उनकी टीम 2005 से अंडमान द्वीप समूह पर अब तक आए सुनामी और भूकंपों की पड़ताल कर रहे हैं। उन्होंने हिन्द महासागर से सटे समुद्री तटों, स्थानीय तलछटों की संरचनाओं और विशालकाय गड्ढों का अध्ययन किया। वहां सबूत एकत्रित किए। उसके आधार पर अब तक किस-किस वर्ष में सुनामी आई थी, उसकी जानकारी दी। उनके शोध नेचर साइंटिफिक रिपोर्ट में भी प्रकाशित हो चुकी है।
प्रो. मलिक के मुताबिक आइआइटी के डेटा एकत्र करने से भारत को सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी। भविष्य की सुनामी के प्रभाव को लेकर तैयारियां और सुरक्षा उपायों को और मजबूत किया जा सकता है। प्रोफेसर मलिक ने अपनी रिसर्च की मदद से पिछले 8000 सालों में आई सुनामी का सबूत दिया है। उन्होंने बताया कि अब तक बड़ी सुनामी 660 से 880 सीई, 1300 से 1400 सीई और 2004 में आ चुकी है। जबकि छोटी सुनामी 1679, 1762, 1881, 1941 में आई थी।
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