AIMIM प्रमुख, हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी हमेशा अपने बयानों के कारण चर्चा में रहते हैं। लेकिन उनसे जुड़ी इस समय एक ऐसी खबर आ रही है जो निश्चित रूप से राजनीति के लिए एक महत्वपूर्ण खबर है। बताया जा रहा है, असदुद्दीन ओवैसी ने आज हैदराबाद में कोरोना वैक्सीन की पहली डोज़ ले ली है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि टीकाकरण आपको कोविड से सुरक्षा में मदद करता है और बाकियों के लिए खतरा भी कम होता है। ओवैसी ने कहा कि जो लोग टीकाकरण के लिए योग्य हैं, वो जल्द से जल्द अपॉइंटमेंट लेकर वैक्सीन लगवा लें। उन्होंने इस बात की जानकारी नहीं दी कि उन्हें कोविशील्ड दी गई है या कोवैक्सीन। ओवैसी ने कंचनबाग के ओवैसी हॉस्पिटल में टीका लगवाया। हालांकि अभी तक यह नहीं बताया गया है कि ओवैसी ने कौन सी कंपनी की वैक्सीन लगवाई है?
लेकिन सबसे आश्चर्य की बात तो ये है 1 मार्च को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैक्सीन लगवाई थी, तब ओवैसी ने पूछा था कि यह एक संयोग है कि उन्हें भारत बायोटेक की कोवैक्सीन की पहली डोज लगी। तब उन्होंने सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशील्ड पर जर्मनी की सरकार के एक दावे का हवाला देते हुए सरकार से स्थिति साफ करने को कहा था।
उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “अलहमदुलिल्लाह आज वैक्सीन की पहली डोज ली। टीकाकरण न सिर्फ आपको कोविड-19 से बचाता है, बल्कि सभी के लिए खतरे को कम करता है। मैं हर योग्य इंसान से अपील करूंगा कि जल्द से जल्द अपॉइंटमेंट शेड्यूल करें और टीका लगवाएं। अल्लाह हमें इस महामारी से बचाए!”
Alhamdulilah took the first dose of #vaccine today. Vaccination not only helps protect oneself from #COVIDー19 but also reduces risk for all. I urge everyone eligible to schedule an appointment at the earliest & get themselves vaccinated. May Allah protect us from the pandemic pic.twitter.com/9CjHMVn2Ji
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) March 22, 2021
कुछ समय पहले ओवैसी ने उस टीके पर सवाल उठाए थे जिसका उत्पादन सीरम इंस्टिड्यूट ऑफ इंडिया कर रहा है। ओवैसी ने जर्मनी की सरकार की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि भारत में सीरम इंस्टिड्यूट (SII) की तरफ से बनाई जाने वाली ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनका की वैक्सीन कोविशिल्ड सिर्फ 18-64 वर्ष आयु वर्ग के लोगों पर ज्यादा प्रभावशाली है। ओवैसी ने इस तथ्य पर मोदी सरकार से सफाई मांगी थी।