हिंदुओ के आस्था पर कब तक होगा प्रहार, असामाजिक तत्वों से आखिर कब मिलेगा छुटकारा

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एक तरफ जहां देश के प्रधानमंत्री सबका साथ सबका विकास की बात करते हैं तो वहीं इस देश में कुछ उन्मादी तत्वों द्वारा बार बार हिंदुओ के पवित्र स्थल को नुकसान पहुंचा कर लगातार हिन्दुओं की आस्था पर चोट कर रहे हैं। एक तरफ राम को आदर्श मान कर देश के प्रधानमंत्री देश की सेवा में लगे हुए हैं वहीं कुछ लोगों राम मंदिर को नुक़सान पहुंचा रहे हैं, ऐसा पहली दफा नहीं हुआ है कि देश में मंदिरों को नुक़सान पहुंचाए गया हो इससे पहले भी कई बार हिंदुओ की आस्था पर चोट की गयी है।

एक ऐसा ही बेहद शर्मनाक और हिन्दुओं के दिल को झक्जोर देने वाली घटना देश के आंध्रप्रदेश में घटित हुई है, जहां भगवान राम की 400 साले पुरानी मूर्ति को कुछ उन्मादी तत्वों द्वारा क्षति पहुंचाया गई है।यह घटना तब घटित हुई जब मंदिर परिसर में रहने वाले पुजारी रात्रि पूजा कर मंदिर के गर्भगृह को बंद कर दिया था लेकिन जब अगली सुबह उन्होंने मदिर के गर्भ गृह को खोला तो देखते ही उनके पैरों के नीचे से ज़मीन खिसक गई जब उन्होंने देखा कि मूर्ति क्षतिग्रस्त हो गई है। ऐसा आंध्र प्रदेश में पहली बार नहीं हुआ है जब उन्मादी तत्वों के द्वारा हिन्दुओं की आस्था पर प्रहार किया गया है। आपको बता दें, पिछले एक साल के भीतर भीतर लगभग 200 से अधिक हिंदुओ के पवित्र स्थलों को क्षतिग्रस्त किया गया हैं। लेकिन इन सबके बाद भी वहां की सरकार बिल्कुल मौन नजर आ रही है ।

सरकार की क्या है प्रतिक्रिया

आंध्र प्रदेश सरकार हिंदुओ की आस्था पर हुए प्रहार के बाद बिल्कुल मौन धारण करके बैठी हुई है, इस घटना के घटित हुए एक सप्ताह से जायदा का समय हो गया है लेकिन आंध्र प्रदेश की पुलिस अभी भी आरोपियों को पकड़ने में कामयाब नही हो पाई है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री भी इस बेहद शर्मनाक घटना के बाद कुछ नहीं बोल रहे हैं वहीं वहां की विपक्षी पार्टियों के साथ साथ उनके कुछ करीबी भी उन पर हमलावार नजर आ रहे हैं।

विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने क्या दी अपनी प्रतिक्रिया

इस शर्मनाक और घटिया हरकत के बाद विपक्षी पार्टी खुल कर आंध्र की सरकार के खिलाफ भागवत कर रही है। बीजेपी नेता के मुताबिक आंध्र में हिन्दू मंदिरों पर हो रहे लगातार हमले तालिबान द्वारा बामियान में तोड़ी गई बुद्ध प्रतिमा की याद दिला रहे हैं।

वहीं दक्षिण फिल्मों के फिल्मकार और फिलहाल ही राजनीति में नई शुरुआत करने वाले पवन कल्याण ने कहा कि एक तरफ जहां देश में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है वहीं देश के एक हिस्से में राम के मंदिर को क्षतिग्रस्त किया जा रहा है जिससे हिन्दुओं की आस्था पर चोट पहुँची है यह बेहद निंदनीय है और सरकार को ऐसी घटना दुबारा ना घटित हो इसके लिए कड़ा से कड़ा कदम उठाना चाहिए। इसी कड़ी में पूर्व मुख्यमंत्री और टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने भी रामतीर्थम श्रीराम की मूर्ति के विध्वंस की निंदा की है और इस बात के लिए आंध्र की तत्कालीन सरकार को दोषी ठहराया है। नायडू ने आरोप लगाया है कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एक मूकदर्शक की तरह मूर्तियों को टूटते हुए देख रहे हैं। नायडू ने कहा, ‘पिछले 19 महीनों में मंदिरों पर 120 से अधिक हमले हुए हैं। ये हमले पूर्व निर्धारित योजना के अनुसार किए जा रहे हैं। पीतमपुर में छह मंदिरों में 23 से अधिक मूर्तियों को तोड़ दिया गया है। गुंटूर में भी दुर्गम्मा मंदिर को ढहा दिया गया।

Owaisi के बिगड़े बोल कहीं इसका कारण तो नहीं

AIMIM प्रमुख ओवैसी जिस तरह से अपने हर संबोधन में हिंदुओ के प्रति जहर उगलते हैं और अपनी वाणी से हिन्दुओं को आघात पहुंचाने की कोशिश करते रहते हैं ये देख कर यही लग रहा है कि आंध्र प्रदेश में आज जो भी कुछ हो रहा है इसके पीछे हिंदुओ के प्रति जहर उगलने वाले लोगों का ही संरक्षण है और वैसे लोगों के इशारे पर ही यह काम हो रहा है।

इस तरह आय दिन हो रही घटनाओं के बाद एक चीज साफ हो रही है इस देश को एक नए क़ानून की जरूरत है जिसमें लोगों की आस्था पर चोट पहुंचाने वाले लोगों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। इसी कड़ी में देश के सबसे राज्य उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कुछ पहल करते नजर आ रहे हैं और हो ना हो आने वाले दिनों में यूपी देश का पहला राज्य बन सकता है जहां पर ऐसा कुछ कानून देखने को मिले जिसमे आस्था पर चोट पहुंचाने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो।

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