देश में अब राम मंदिर की चर्चा तेज हो गई है। आने वाली 5 तारीख को भगवान श्री राम के भव्य मंदिर का शिलान्यास होगा। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत शामिल होंगे। इसी बीच भारत के गृह मंत्री अमित शाह ने भारतीय जनता पार्टी के पूर्व नेता सांसद और वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी से मुलाकात की है। 24 जुलाई को बाबरी विध्वंस मामले में लालकृष्ण आडवाणी को अपने बयान दर्ज कराने होंगे। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि लालकृष्ण आडवाणी को राम मंदिर शिलान्यास के कार्यक्रम में बुलाया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक बयान 92 वर्षीय लालकृष्ण आडवाणी बाबरी विध्वंस मामले में अभियुक्त हैं और उन पर मुकदमा भी चल रहा है। उन्हें 24 जुलाई को अपना बयान दर्ज कराना है। बाबरी विध्वंस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने 32 लोगों को आरोपी माना है और उन सभी के बयान दर्ज कराए जाएंगे।
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सोमनाथ से अयोध्या तक चलाया था राम रथ
लालकृष्ण आडवाणी जो भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद हैं। इन्हें राम मंदिर आंदोलन का एक प्रमुख व्यक्ति माना जाता है। लालकृष्ण आडवाणी ने सोमनाथ से अयोध्या तक की रथयात्रा निकाली थी जिसके माध्यम से उन्होंने भगवान श्री राम के मंदिर के मुद्दे को जोर-शोर से उठाया था। राम मंदिर निर्माण को लेकर समर्थन जुटाने के लिए आडवाणी ने 25 सितंबर, 1990 को गुजरात के सोमनाथ से रथयात्रा शुरू की, जिसे विभिन्न राज्यों से होते हुए 30 अक्तूबर को अयोध्या पहुंचना था। आडवाणी वहां कारसेवा में शामिल होने वाले थे।
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