भारत में हिंदी भारतीयों का महत्व किसी से में छिपा नहीं है। देश के आठ से 9 राज्य ऐसे हैं जहां पर पूरी तरह से लोग हिंदी बोलते हैं और समझते भी हैं। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड,हिमाचल प्रदेश, पंजाब, दिल्ली, बिहार ऐसे राज्य हैं जहां पर लोग हिंदी बोलते हैं और समझते भी हैं। लेकिन ऐसा नहीं है कि केवल भारत में ही हिंदी भाषियों को सम्मान मिलता है अपितु पूरे विश्व में हिंदी ने जो सम्मान कमाया है उसे भी हमें समझना चाहिए। आपको बता दें हिंदी विशेषतौर पर एशियाई अमेरिकी लोगों में बहुत ही लोकप्रिय है। यहां के लोगों में बोली जाने वाली टाप 5 भाषाओं में हिंदी का नाम है। भाषा विशेषज्ञों ने यह जानकारी सीनेट में दी है। एशियन-अमेरिकन एडवासिंग जस्टिस के अध्यक्ष जान यांग ने सीनेट की होमलैंड सिक्योरिटी एंड गवर्नमेंटल अफेयर कमेटी के सदस्यों को भाषा के संबंध में पूरी जानकारी दैनिक जागरण को दी है।
उन्होंने बताया है कि अमेरिका में दो तिहाई एशियाई अमेरिकन जनसंख्या प्रवासियों की है। इनमें से 52% प्रवासी अंग्रेजी में सीमित दक्षता रखते हैं। एशियाई अमेरिकी नागरिकों में हिंदी, चीनी, वियतनामी, तगालोग, कोरियन भाषा बोली जाती हैं। सीनेट में इन सभी भाषाओं के प्रवासियों की भाषाई दक्षता की भी जानकारी दी गई है। एशियाई अमेरिकी लोगों में हिंदी की लोकप्रियता इस तरह से है कि वे अधिकांश अवसरों पर हिंदी का ही प्रयोग करना पसंद करते हैं। जबकि हमारे देश भारत में लोगों को हिंदी बोलने में शर्म आती है। दैनिक जागरण की रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय अमेरिकियों ने जम्मू और कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने की दूसरी वर्षगांठ पर एक समारोह का आयोजन किया। इस अवसर पर उनके एक समूह ने कहा कि जम्मू और कश्मीर में आतंकी हमलों की घटनाओं में 40 फीसद की कमी आई है, अर्थात अमेरिकी भारतीय भारत सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 को हटाने के फैसले के साथ हैं।