कृषि कानून को लेकर देश की राजधानी दिल्ली में किसान अपना डेरा जमाए बैठे है और लगातार सरकार से मांग कर रहे है कि कृषि कानून को वापस लिया जाए। इसी कड़ी में आज दिल्ली के विज्ञान भवन में सरकार और किसान भाइयों के साथ लंबी बैठक चली, हालाकि इस बैठक के बाद भी दोनों पक्षों में सहमति नहीं बन पाई है और अभी आंदोलन जारी रहेगा । इसी बीच केंद्र सरकार ने अस्पष्ट कर दिया है कि किसी भी कीमत पर कृषि बिल को वापस नहीं लिया जाएगा । आने वाले 4 जनवरी को एक बार किसान संघटन और केंद्र सरकार के बीच बातचीत होगी ।
दोपहर ढाई बजे शुरू हुई किसान संगठन के नेताओं और सरकार के बीच बैठक के खत्म होने के बाद नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, “आज की बैठक पहले की तरह बहुत अच्छे वातावरण में हुई। आज की बैठक में किसान संगठनों के नेताओं ने जो चार विषय चर्चा के लिए रखे थे, उसमें दो मुद्दों पर रजामंदी हो गई है। पहला- पराली को लेकर और दूसरा- बिजली कानून।” उन्होंने आगे कहा कि कृषि कानूनों और एमएसपी पर कानून को लेकर चर्चा खत्म नहीं हुई है। इसके लिए फिर से चार जनवरी को बैठक होगी। तोमर ने कहा, “सर्दी का मौसम है, इसलिए किसानों को बुजुर्गों और बच्चों को घर जाने के लिए कहना चाहिए। यह भी किसान संगठनों से मैंने कहा है।”
किसानों का प्रदर्शन जारी रहेगाः राकेश टिकैत
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार ने हमारी दो मांगों को मान लिया है। आज की बातचीत अच्छी रही। अब चार जनवरी को अगली वार्ता होगी, तब तक शांतिपूर्ण ढंग से किसानों का प्रदर्शन जारी रहेगा।