गरीब बच्चों के जन्म से पहले और जन्म के बाद के जीवन को सुधारने में अहम भूमिका निभाने वाली ‘संबल योजना’ को मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह की सरकार ने एक बार फिर रिलॉन्च कर दिया है। इस योजना में कुछ बदलाव करके मध्यप्रदेश सरकार ने गरीब परिवारों के हक़ में कई बड़े ऐलान किये है। गरीब बच्चों के भविष्य को सुधारने के लिए उनकी पढ़ाई का सारा खर्च अब मध्य प्रदेश सरकार उठाएगी। शिवराज सरकार ने ‘सुपर 5000’ नाम से एक योजना की शुरुआत की है जो कि संबल परिवार के बच्चों की मदद करेगा।
इसके तहत प्रदेश सरकार 12वीं कक्षा में अधिकतम अंक लाने वाले 5000 छात्रों को 30 हज़ार रुपए का पुरस्कार देगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस योजना को लांच करते हुए कहा कि जब हम महामारी से जूझ रहे हैं, ऐसे में लोगों की जिंदगी में सहारा देने वाली संबल योजना को हम फिर से शुरू कर रहे हैं।
गरीब बच्चों को पढ़ाई में होगा फायदा
मध्यप्रदेश में संबल योजना आने के बाद प्रदेश के गरीब बच्चों को पढाई में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होगी। संबल योजना के तहत गरीब भाई-बहनों के बच्चों की पहली कक्षा से लेकर पीएचडी तक की पढ़ाई का खर्च मप्र सरकार उठाएगी। इसके अलावा उच्च शिक्षा के लिए प्राइवेट कालेज की फीस भी सरकार भरेगी। लोगों ने भी शिवराज सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है।
गरीब अपने बच्चों को पढ़ने के लिए करें प्रेरित: सिंधिया
कुछ ही समय पहले भाजपा में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर कहा संबल योजना सभी वर्ग के गरीब के लिए है। आमजन के कल्याण के बनी इस योजना को राजनीतिक द्वेषता के कारण पूर्व की कांग्रेस सरकार ने बंद कर दिया था, जिसे आज शिवराज सिंह जी ने आमजनता के लिए एक बार इस योजना को शुरू किया। सिंधिया ने आगे कहा ‘ #संबल_योजना के तहत गरीब भाई-बहनों के बच्चों की पहली कक्षा से लेकर पीएचडी तक की पढ़ाई का खर्च मप्र सरकार उठाएगी। उच्च शिक्षा के लिए प्राइवेट कालेज की फीस भी सरकार भरेगी। गरीब अपने बच्चों को पढ़ने के लिए प्रेरित करें।
Image Source: Tweeted by @ChouhanShivraj