किसान आंदोलन को बहुत सारे लोग समर्थन मिल रहा है। भारतीय जनता पार्टी जिस प्रकार चुनाव प्रचारों के दौरान सोशल मीडिया का उपयोग करती है ठीक उसी प्रकार किसान आंदोलन के लिए भी जोर शोर से सोशल मीडिया का उपयोग किया जा रहा है। आंदोलन को भ्रम से बचाने और किसानों के आंदोलन को मजबूत करने के लिए सोशल मीडिया पर अलग-अलग ग्रुप बनाए जा रहे हैं और इस ग्रुप का संचालन कनाडा में बैठे लोगों के हाथों में है। यह कदम इसलिए उठाया गया है जिससे भारत की सरकार सर्वर डाउन करके इस आंदोलन के प्रचार प्रसार में किसी भी प्रकार का कोई विघ्न उत्पन्न ना कर सके।
बताया जा रहा है कि सरकार को काउंटर करने में अब तक 30 लाख से ज्यादा खर्च किए जा चुके हैं। सरकार ने टेक्स्ट मैसेज भेजने शुरू किए कि कानून किसानों के हक में है तो उसे काउंटर करने के लिए किसानों की ओर से एक करोड़ मैसेज भेजे गए। सरकार की ओर से लोगों को कॉल करके कहा गया मैं किसान बोल रहा हूं किसान कानून अच्छे हैं और आप इनका सपोर्ट करें। सोशल मीडिया पर किसानों के आंदोलन को प्रसारित करने के लिए शुरूआत में केवल चार लोग कार्य कर रहे थे, लेकिन अब लगभग 10 टीम इस काम को देख रही हैं।