दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हमेशा अपने विवादित बयानों से कोई न कोई हंगामा खड़ा करते रहते हैं। केजरीवाल ने हाल ही में पर्यावरण संरक्षण को लेकर गोवा के लोगों की सराहना की थी और राज्य की बीजेपी सरकार पर जनता के विरोध को दबाने का आरोप लगाया था। केजरीवाल ने ऐसे कई गैर सरकारी संगठनों के विरोध प्रदर्शनों का हवाला दिया था जो कोयला क्षेत्र की 3 परियोजनाओं में तमाम मल्टीनेशनल कंपनियों को फायदा पहुंचाने का आरोप लगा रहे थे। इस पूरे मामले की बात जब गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत पर पहुंची, तो प्रमोद सावंत ने दिल्ली के मुख्यमंत्री को अपने शहर की चिंता करने का सुझाव दे डाला उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री को अपने शहर की चिंता करनी चाहिए। जहां प्रदूषण एक बड़ी समस्या है। सावंत की प्रतिक्रिया के तुरंत बाद केजरीवाल ने ट्वीट किया, “डॉ प्रमोद सावंत यह दिल्ली का प्रदूषण बनाम गोवा का प्रदूषण की बात नहीं है। दिल्ली और गोवा में दोनों ही मेरे लिए हैं हम सब एक देश के हैं। हम सभी को यह सूचित करने के लिए मिलकर काम करना होगा कि प्रदूषण दिल्ली और गोवा दोनों जगह ना रहे!”
It is heartening to hear that @DrPramodPSawant ji. Goans are opposing double tracking project. Kindly hear their voice n #savemollem as they are lungs of Goa. I understand Centre is forcing this project on Goa. Pl stand wid Goans, say NO 2 centre n save Goa from becoming coal hub https://t.co/nxiLNgbOWC
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 12, 2020
हम आपको बता दें लगातार दिल्ली में वायु प्रदूषण की समस्या बढ़ती जा रही है। इस तरफ कोरोना की मार और दूसरी तरफ वायु प्रदूषण यह दोनों ही दिल्ली के लोगों के लिए हानिकारक साबित हो रहे हैं। साल भर चलने वाले वाहन, उद्योग धंधे, कूड़े के ढेर और निकट के इलाकों में ज़लने वाली पराली इस प्रदूषण का सबसे प्रमुख कारण है। वास्तव में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दिल्ली के प्रदूषण समस्या को कंट्रोल करने पर विशेष ध्यान देना चाहिए ना कि अन्य राज्यों पर।