बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने रविवार को जेडीयू में शामिल होने का ऐलान कर दिया मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने पार्टी की सदस्यता दिलाई और साफा पहनाया। गुप्तेश्वर पांडे शनिवार को मुख्यमंत्री से मिलने जदयू के ऑफिस गए थे उस समय यह कयास लगाए जा रहे थे कि वे जेडीयू में शामिल हो सकते हैं। लेकिन गुप्तेश्वर ने बाहर आकर कहा था कि मैं सिर्फ मुख्यमंत्री को धन्यवाद देने आया था, क्यों कि उन्होंने मुझे डीजीपी के तौर पर काम करने की आजादी दी। शनिवार को काशी के पंडित जी ने शनिवार के समय को शुभ नहीं बताया था। पंडित जी ने सदस्यता ग्रहण करने का शुभ समय रविवार को शाम 4:00 से 5:00 के बीच बताया था। इसी दौरान गुप्तेश्वर पांडे ने जेडीयू की सदस्यता ग्रहण की है। पांडे ने चुनाव लड़ने की इच्छा के साथ DGP पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कहा था कि इसके एक-दो दिन के बाद ही वे यह भी घोषणा कर देंगे कि वह किस पार्टी के साथ जा रहे हैं।
गुप्तेश्वर कि अपने पैतृक जिला बक्सर से बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने की अटकलें लगाई जा रही हैं। मीडिया के एक वर्ग रिपोर्टों में यह भी कहा जा रहा है कि गुप्तेश्वर वाल्मीकि नगर लोकसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनाव में अपना भाग्य आजमा सकते हैं। निवर्तमान जेडीयू सांसद वैद्यनाथ महतो के निधन के कारण यह सीट खाली हुई थी। गुप्तेश्वर पांडे ने फरवरी 2021 में अपनी सहमति से 5 महीने पहले ही रिटायरमेंट ले लिया है। गुप्तेश्वर ने लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए 2009 में सेवा से इस्तीफा दे दिया था पर राज्य सरकार ने उनके इस्तीफे को नामंजूर करते हुए उन्हें कुछ महीने बाद ही सेवा में वापस कर दिया। गुप्तेश्वर पांडे ने सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या मामले में खुले दिल से सुशांत सिंह राजपूत को न्याय दिलाने की कोशिश की और उनके पिता के साथ साए की तरह खड़े रहे।