भारत एक कृषि प्रधान देश है और भारत की बहुत सारी फसलें विदेशों में बिकती हैं जिसके कारण भारत की फसल भारत में ही महंगी बिकती है। कृषि प्रधान देश होने के कारण भी भारत आज बहुत सारी समस्याओं से जूझ रहा है तो इसका एकमात्र कारण है भारत की जड़ों में घुसा हुआ भ्रष्टाचार। इस समय खबर आ रही है कि हमारा पड़ोसी देश चीन जिस से लगातार हमारे सीमा पर विवाद होते रहते हैं। वह देश अब भारत से 30 सालों बाद चावल खरीदेगा। ज्यादातर चीन भारत के चावलों की गुणवत्ता के बारे में सवाल उठाकर भारत से चावल नहीं खरीदा था लेकिन अब यह माना जा रहा है कि आने वाले 1 वर्ष में चीन और ज्यादा चावल खरीद सकता है।
हम आपको बता दें भारत दुनिया में सबसे बड़ा चावल निर्यातक देश है। वहीं चीन दुनिया का सबसे बड़ा चावल आयातक देश है। एक सर्वे के अनुसार चीन 1 वर्ष में करीब 40,00,000 टन चावल आयात करता है। यह बताया जा रहा है कि कोरोना संक्रमण के बाद से भारत पहले से ज्यादा चावल निर्यात कर रहा है। हम आपको बता दें संक्रमण के कारण पश्चिम अफ्रीका और दक्षिण पूर्व एशिया में चावल की मांग बढ़ी है। जिससे भारत की अर्थव्यवस्था में भी अच्छा प्रभाव पड़ा है। यह भी बताया जा रहा है कि अगर आवाजाही प्रभावित ना हुई तो यह मांग और ज्यादा बढ़ सकती है और भारत और ज्यादा चावल निर्यात कर सकता है।