किसानों के आंदोलन को 2 महीने होने जा रहे हैं लेकिन यह आंदोलन समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा। किसानों की ओर से लगातार सरकार पर गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं। अबकी बार किसानों के प्रतिनिधियों ने सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार अपनी पुलिस के द्वारा किसानों की हत्या कराने का प्रयास कर रही है। जबकि सरकार ने इस तरह के आरोपों का खंडन भी किया और किसान प्रतिनिधियों का पर्दाफाश भी कर दिया। इसी बीच खबर आ रही है कि अब दिल्ली में किसान ट्रैक्टर रैली निकाल सकेंगे। किसान काफी समय से ट्रैक्टर रैली निकालने के लिए अपनी मांग लेकर दिल्ली पुलिस के सामने खड़े हुए थे और अब पुलिस तथा किसानों के बीच सहमति भी बन रही है। बताया जा रहा है कि यह ट्रैक्टर रेली 100 किलोमीटर के दायरे में निकाली जाएगी। जहां से यह रैली शुरू होगी लौटकर वहीं पर समाप्त हो जाएगी।
ऑल राउंडर नेता योगेंद्र यादव का कहना है बैरिकेड्स हटाए जाएंगे और हम दिल्ली में प्रवेश करेंगे। इसमें कहा गया है कि किसानों के ट्रैक्टर परेड से गणतंत्र दिवस के परेड या सुरक्षा इंतजाम पर किसी तरह का कोई असर नहीं पड़ेगा।किसानों का ट्रैक्टर परेड ऐतिहासिक होगा।
Farmers will take out 'Kisan Gantantra Parade' on January 26. Barricades will be opened and we will enter Delhi. We (farmers and Delhi Police) have reached an agreement on the route, final details are to be worked out tonight: Yogendra Yadav of Swaraj India pic.twitter.com/IswlyLB4vz
— ANI (@ANI) January 23, 2021
हम आपको बता देंपंजाब और हरियाणा के किसानों के कई जत्थे राष्ट्रीय राजधानी में 26 जनवरी को प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली में हिस्सा लेने के लिए अपने ट्रैक्टर-ट्रॉलियों और अन्य वाहनों पर निकल पड़े हैं। सिंघू बॉर्डर पर लाइन में सैकड़ों ट्रैक्टर-ट्रॉलियाँ खड़ी कर दी गई हैं। अब देखना यह होगा कि यह रैली कितनी शांतिपूर्ण होगी कितनी अनुशासन सहित होगी? अगर दिल्ली में प्रवेश करने के पश्चात किसानों ने अपने कदम पीछे नहीं लिए तो इस पर सरकार का क्या स्टैंड होगा? क्या गणतंत्र दिवस के महोत्सव में इस रैली के कारण कोई विघ्न तो नहीं आएगा इस बात को सुनिश्चित करना किसान प्रतिनिधियों का कर्तव्य है, परंतु जो किसान प्रतिनिधि सरकार को बदनाम करने की साजिश रच रहे हो, तुमसे ऐसी उम्मीद करना भी गलत है।