किसान आंदोलन को लेकर अब लगातार राजनीति की जा रही है। लगातार किसान नेता किसानों को भड़का कर देश का माहौल खराब करना चाहते हैं। 26 जनवरी 2021 को देश की राजधानी दिल्ली में जो घटना घटित हुई उसमें राष्ट्र का बहुत बड़ा नुकसान हुआ। दिल्ली पुलिस और केंद्र सरकार जब इस घटना को अंजाम देने वाले लोगों को गिरफ्तार कर रही है ट्रेन आरोपियों के पक्ष में भी बहुत सारे लोग खड़े हो रहे हैं। हरियाणा बीकेयू के प्रमुख गुरनाम सिंह चढूनी ने शुक्रवार को किसानों से कहा कि दिल्ली पुलिस के जवान अगर आपके गांवों में किसी को गिरफ्तार करने आते हैं तो उनका घेराव करें और उन्हें तब तक नहीं जाने दें जब तक कि जिला प्रशासन आश्वासन नहीं देता कि उन्हें गांवों में आने के लिए फिर अनुमति नहीं दी जाएगी।
चढूनी ने एक वीडियो मैसेज में कहा कि दिल्ली पुलिस के कर्मी अगर छापेमारी करते हैं और किसी को पकड़ने आते हैं तो उनका घेराव किया जाना चाहिए, वहां बैठाया जाना चाहिए और पूरे गांव एवं आस पड़ोस को सूचित किया जाना चाहिए। चढ़नी ने कहा कि उन्हें तब तक नहीं छोड़ा जाना चाहिए जब तक कि जिला प्रशासन यह आश्वासन नहीं देता कि दिल्ली पुलिस आपके गांव या जिले में फिर से दाखिल नहीं होगी।
26 जनवरी को हुई घटना के कारण अब दिल्ली पुलिस लगातार उन लोगों के घर पर नोटिस भेज रही है जिनके चेहरे सीसीटीवी फुटेज में नजर आ रहे हैं। दिल्ली पुलिस की कार्रवाई के बारे में, चढूनी ने कहा कि गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड से संबंधित घटनाओं के दौरान कई किसानों को गिरफ्तार किया गया और कई पर हत्या के प्रयास जैसे अपराधों के लिए केस दर्ज किए गए। इसके साथ ही कई किसानों को पुलिस से नोटिस मिल रहे हैं और जब वे वहां जाते हैं तो उन्हें हिरासत में लिया जाता है। वे वीडियो फुटेज के आधार पर अधिक नोटिस भेज रहे हैं, जबकि कुछ लोगों को घरों से गिरफ्तार किया जा रहा है।