कोरोनावायरस के संक्रमण के कारण बहुत सारे लोग हॉस्पिटल नहीं जा रहे हैं। ऐसे में बहुत सारे लोगों की असमय ही मृत्यु हो रही है। इन सभी बातों से अपने प्रदेशवासियों को बचाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ‘संजीवनी ओपीडी ऐप’ लॉन्च करने जा रही है। जिसकी सहायता से आप घर बैठे डॉक्टरों से संवाद कर सकेंगे। अपनी समस्या डॉक्टर को बता सकेंगे और डॉक्टर उसका उचित इलाज ऑनलाइन ऐप के जरिए ही बता देंगे। राज्य के प्रांतीय चिकित्सा सेवा संवर्ग (पीएमएस) के डॉक्टर अब ऑनलाइन होंगे। इसी योजना को सुचारू रूप से चलाने के लिए सरकार ने कुछ दिनों में ही ‘नॉन कोविड हॉस्पिटल’ में काम करने वाले डॉक्टरों और मेडिकल कर्मचारियों का ब्यौरा मांगा है।
वर्तमान में इस योजना से अभी कम ही डॉक्टर जुड़ पाए हैं लेकिन कुछ समय में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा इसकी आधिकारिक घोषणा होने के बाद इससे बहुत सारे मरीजों को फायदा हो सकेगा। पीएमएस में करीब 13 हजार डॉक्टर हैं। इसमें 2500 के करीब विशेषज्ञ हैं। फिजीशियन, स्त्री रोग विशेषज्ञ, ईएनटी सर्जन, नेत्र रोग विशेषज्ञ, जनरल सर्जन समेत विभिन्न क्षेत्रों के डॉक्टरों को इस ऐप के जरिए जोड़ा जाएगा। इसके अलावा एमबीबीएस डॉक्टरों की सुविधा भी हमारे पास अच्छी संख्या में उपलब्ध है। इस योजना से नई तथा पुराने रोगियों को उचित समय पर उपचार तो मिलेगा ही इसके अलावा राज्य में कोरोना फैलने का डर भी नहीं रहेगा।
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इस योजना का लाभ उठाने के लिए सबसे पहले रोगी को प्ले स्टोर पर जाकर मरीज ई-संजीवनी ओपीडी एप डाउनलोड करना होगा। इसमें जैसे ही पंजीकरण करेंगे, वैसे ही टोकन नंबर जेनरेट हो जाएगा। ऐप पर ऑनलाइन दिख रहे डॉक्टर के नाम को क्लिक करेंगे, वह तुरंत वीडियो कॉल से कनेक्ट होंगे। ट्रायल बेस पर चल रही योजना में अभी कोई न कोई डॉक्टर ऑनलाइन रहता है। कुछ सूत्रों की माने तो इस योजना का समय सुबह 9:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक रहेगा।