बॉलीवुड की सुपरस्टार अभिनेत्री रानी मुखर्जी एक दौर में सभी के दिलों पर राज करती थीं। फिल्मों के द्वारा उनकी दीवानगी लोगों के दिलों में ऐसी बसी कि हर कोई उनके दीवाना रहता था। फिल्म जगत में बंगाली फिल्म ‘बियर फूल’ के जरिए अपना कदम रखा था और इसके बाद वह कई हिट फिल्मों में भी नजर आई थीं। लेकिन क्या आप जानते हैं एक ऐसा भी समय था जब रानी मुखर्जी फिल्मों को न कहने लगी थीं। रानी मुखर्जी ने इंटरव्यू में बताया कि ‘मुझसे दोस्ती करोगे’ के बाद वह सभी फिल्मों को ना कहने लगी थीं। बताया जाता है कि रानी मुखर्जी इस दौरान करीब 8 महीनों तक लोगों से दूर रही थीं। अभिनेत्री ने उस समय का जिक्र करते हुए कहा- “उस वक्त मैं काम को इस कदर मना कर रही थी कि मेरी मां को भी लगने लगा था कि मैं पागल हो चुकी हूं।”
जानिए क्यों रानी मुखर्जी के माता-पिता को यश चोपड़ा ने किया था कैद?
रानी मुखर्जी ने आगे कहा- “मुझे कोई भी ऑफर मिलता था तो मैं ना, ना, ना कर देती। कई पत्रकारों ने तो यह तक लिख दिया था कि रानी का करियर खत्म हो गया है। लेकिन मैंने तय कर लिया था कि मैं केवल वही चीज करूंगी, जिसे करने में मेरा दिल होगा। उस बीच मुझे ‘साथिया’ ऑफर हुई और मुझे याद है कि यश अंकल ने मेरे मम्मी और पापा को अपने ऑफिस बुलाया था।” यश चोपड़ा का जिक्र करते हुए रानी मुखर्जी ने साक्षात्कार में बताया, “मेरे माता-पिता उनसे केवल यही कहने गए थे कि रानी को इस फिल्म में कोई इंटरेस्ट नहीं है। लेकिन उन्होंने मुझे फोन किया और कहा, ‘बेटा आप बहुत बड़ी गलती कर रहे हो। मैं दरवाजा लॉक कर रहा हूं और जब तक आप हां नहीं कहोगे, मैं आपके माता-पिता को यहां से जाने नहीं दूंगा।”
इस इंटरव्यू के दौरान रानी ने यश चोपड़ा का शुक्रिया करते हुए कहा-“अंकल ने उस वक्त यह चीज करके बहुत अच्छा किया और मैं उनके इस कदम के लिए शुक्रगुजार हूं।