डिजिटल इंडिया के 6 वर्ष हुए पूरे, “डिजिटल इंडिया ने दूर-दूर तक सुविधाएं उपलब्ध कराने में निभाई महत्वपूर्ण भूमिका”: प्रधानमंत्री मोदी

डिजिटल इंडिया के 6 वर्ष पूरे होने पर आज भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से वर्चुअल माध्यम से बातचीत की।पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि ऑनलाइन शिक्षा से चिकित्सा तक के लिए विकसित किए गए प्लेटफॉर्म्स का सभी भारतीयों को फायदा हो रहा है।

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चित्र साभार: ट्विटर @BJP4India

आज डिजिटल इंडिया के 6 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वर्चुअल माध्यम से लोगों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन शिक्षा से लेकर चिकित्सा तक के लिए विकसित किए गए प्लेटफॉर्म से करोड़ों भारतीयों को फायदा हो रहा है। डिजिटल इंडिया ने दूर-दूर तक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने में अहम भूमिका निभाई है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमने अनुभव किया है कि डिजिटल इंडिया ने कोरोना महामारी के दौरान हमारे जीवन को कितना आसान बना दिया है। कल्पना कीजिए कि अगर डिजिटल कनेक्टिविटी नहीं होती तो कोरोना में क्या स्थिति होती? डिजिटल इंडिया मतलब सबको अवसर, सबको सुविधा, सबकी भागीदारी। आरोग्य सेतु ऐप से कोरोना संक्रमण को रोकने में बहुत मदद मिली है। टीकाकरण के दौरान दुनिया के कई देश कोविन ऐप में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। वे चाहते हैं कि उनके देश में भी इस योजना का लाभ मिले। टीकाकरण अभियान के लिए कोविन जैसा निगरानी उपकरण हमारी तकनीकी ताकत का प्रमाण है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि डिजिटल इंडिया के माध्यम से ही एक राष्ट्र, एक राशन कार्ड को सच किया जा रहा है। इससे प्रवासी कामगारों को सबसे ज्यादा फायदा हो रहा है, क्योंकि उन्हें अब नए राशन कार्ड नहीं बनाने पड़ेंगे। डिजिलॉकर इस बात का एक अच्छा उदाहरण है कि डिजिटल इंडिया कितना प्रभावी रहा है। स्कूल/कॉलेज, आधार, पैन, वोटर आईडी कार्ड जैसे सभी महत्वपूर्ण दस्तावेज अब डिजिलॉकर पर आसानी से और सुरक्षित रूप से संग्रहीत किए जा सकते हैं।डिजिटल इंडिया मिशन के तहत बुनियादी ढांचे के विकास के पैमाने और गति पर अधिक ध्यान दिया गया। भारत के गांवों में लगभग 2.5 लाख सीएससी इंटरनेट को उन जगहों पर ले गए हैं, जहां कुछ समय पहले इसे मुश्किल समझा जाता था।

किसानों के जीवन में आई बड़ी क्रांति

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि किसानों के जीवन में भी डिजिटल लेनदेन से अभूतपूर्व परिवर्तन आया है। पीएम किसान सम्मान निधि के तहत 10 करोड़ से ज्यादा किसान परिवारों को 1 लाख 35 करोड़ रुपये सीधे बैंक अकाउंट में जमा किए गए हैं। डिजिटल इंडिया ने वन नेशन, वन MSP की भावना को भी साकार किया है। इस वर्ष गेहूं की रिकॉर्ड खरीद के लगभग 85,000 करोड़ रुपये सीधे किसानों के बैंक खातों में पहुंचे हैं। ईनाम पोर्टल से ही अब तक देश के किसान 1 लाख 35 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का लेनदेन कर चुके हैं। कल ही जीएसटी के चार वर्ष पूरे हुए हैं। कोरोना काल के बावजूद पिछले 8 महीने से लगातार जीएसटी रेवेन्यू एक लाख करोड़ रुपये के मार्क को पार कर रहा है। आज एक करोड़ 28 लाख रजिस्टर्ड उद्यमी इसका लाभ ले रहे हैं।

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