नई दिल्ली: देश की राजधानी CAA की आड़ में हिस्सा से झुलस रही है। शाहीन बाग में शुरू हुआ CAA का विरोध प्रदर्शन अब हिंसात्मक रूप लेकर दिल्ली को हिंसा की आग में धकेल रहा है। इस तरह के हिंसक प्रदर्शन से न सिर्फ़ दिल्ली के आम लोग भयभीत और परेशान हो रहे हैं बल्कि इससे बच्चो के भविष्य पर भी व्यापक असर दिखाई पड़ रहा है। दिल्ली में इन दिनों बोर्ड एग्जाम चल रहे हैं। ऐसे में हिंसा प्रभावित इलाकों उत्तर पूर्वी दिल्ली में छात्र-छात्राएं परीक्षा नहीं दे पा रहे हैं।
इस पर दिल्ली हाई कोर्ट ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) से बुधवार को होने वाली बोर्ड परीक्षाओं को लेकर फैसला लेने के लिए कहा है।उत्तर पूर्वी दिल्ली में मंगलवार को भी जारी हिंसा के मुद्देनजर दिल्ली पुलिस ने बड़ा फैसला लेते हुए कुछ इलाकों में धारा-144 लगा दी है। दिल्ली पुलिस ने हिंसा पर काबू पाने के लिए कमर कस ली है। इस बाबत दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने बयान दिया है कि, “अफवाह फैलाने वालों को नहीं बख्शा जाएगा। ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
साथ ही अमूल्य पटनायक ने कहा कि हमारे पास पर्याप्त पुलिस बल है और हम हिंसा करने वालो से सख्ती से निपटेंगे।आपको बता दें कि बीते सोमवार को दिल्ली में हो रहे हिंसक प्रदर्शन के दौरान एक प्रदर्शनकारी, सरे आम बंदूक ताने दिख रहा था। उसने 7-8 राउंड फायरिंग भी की है। हालाँकि फायरिंग करने वाले शख़्स की पहचान हो चुकी है। उसका नाम ‘शाहरुख़’ बताया जा रहा है। पुलिस ने जल्द ही उसे गिरफ्तार करने की बात कही है।