भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज राज्यसभा में पूर्वी लद्दाख के माहौल पर विस्तृत रूप से बातें कहीं । लगातार पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन की सीमा के बीच विवाद चल रहा है। कुछ समय पहले ही भारत और चीन की अपना के बीच भिड़ंत भी हुई थी जिसमें भारत के 20 शहीद हो गए थे वहीं भारत के सैनिकों ने चीनी सेना के 40 सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया था। राजनाथ सिंह ने बताया, “पैंगोंग झील को लेकर हुए समझौते के मुताबिक, चीन अपनी सेना को फिंगर 8 से पूर्व की ओर रखेगा। इसी तरह भारत भी अपनी सेना की टुकड़ियों को फिंगर 3 के पास अपने परमानेंट बेस पर रखेगा।”राज्यसभा में राजनाथ सिंह के बयान के मद्देनजर सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे भी संसद पहुंच चुके हैं। रक्षा मंत्री आज सुबह 10.30 बजे पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन सीमा पर ताजा हालात के बारे में संसद और देश को जानकारी देंगे।
Army Chief General MM Naravane arrives at the Parliament.
Defence Minister Rajnath Singh to make a statement on ‘present situation in Eastern Ladakh’ in Rajya Sabha at 10:30 am today. pic.twitter.com/E4ftM6DKM9
— ANI (@ANI) February 11, 2021
राजनाथ सिंह ने कहा, “सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण कई क्षेत्रों को चिन्हित कर हमारी सेनाएं वहां मौजूद हैं।” सिंह ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में चीन के ऊपर भारत का ‘एज’ बना हुआ है। रक्षा मंत्री ने कहा, “मिलिट्री और डिप्लोमेटिक लेवल पर हमारी बातचीत हुई है। हमने तीन सिद्धांतों पर जोर दिया है, LAC को माना जाए और उसका आदर किया जाए। किसी स्थिति को बदलने का एकतरफा प्रयास न किया जाए। सभी समझौतों का पालन किया जाए।”
भारतीय सेना की तारीफ करते हुए भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “राज्यसभा में रक्षा मंत्री ने कहा, भारतीय सेनाएं अत्यंत बहादुरी से लद्दाख की ऊंची दुर्गम पहाडि़यों तथा कई मीटर बर्फ के बीच में भी सीमाओं की रक्षा करते हुए अडिग हैं और इसी कारण हमारा दबदबा बना हुआ है। हमारी सेनाओं ने इस बार भी यह साबित करके दिखाया है कि भारत की संप्रभुता एवं अखंडता की रक्षा करने में वे सदैव हर चुनौती से लड़ने के लिए तत्पर हैं और अनवरत कर रहे हैं।”