त्योहारी मौसम और बढ़ती ठंड के बीच दिल्ली में वायु प्रदूषण के साथ-साथ कोरोना संक्रमण तेज रफ्तार से बढ़ता जा रहा है। बुधवार को दिल्ली में रिकॉर्ड कोरोना के 8 हजार से ज्यादा नए केस सामने आए। कोरोना पर काबू पाने में केजरीवाल सरकार नाकाम दिख रही है। इसी बिच, डीडीएमए ने आदेश जारी कर लोगों से अपील किया कि, “राष्ट्रीय राजधानी में सार्वजनिक जगहों पर छठ न मनाए।”
स्वास्थ मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार, दिल्ली में कोरोना संक्रमण के कुल मामलों का आंकड़ा 4,59,975 पहुंच चुका है। वहीँ, इसमें से 4,10,118 मरीज ठीक हो चुके हैं। इसके बाद, ऐक्टिव केसों की संख्या 42,629 रह गई है। आपको बता दे कि, राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना से अब तक 7,228 लोगों की मौत हो चुकी है। बुधवार को दिल्ली में कुल कंटेनमेंट जोन्स की संख्या 4,016 रही।
दिल्ली हाई कोर्ट ने केजरीवाल सरकार को लगाई फटकार
राष्ट्रीय राजधानी में बेकाबू हो रही कोरोना को काबू में करने में नाकाम दिख रहे केजरीवाल सरकार को दिल्ली हाई कोर्ट ने बुधवार को कड़ी फटकार लगाई। कोर्ट ने कहा कि, “सीरो सर्वे के मुताबिक दिल्ली में तकरीबन हर घर में कोरोना ने दस्तक दे दी है। ऐसा लगता है कि शहर में हर 4 में से एक व्यक्ति कोरोना से संक्रमित हो चुका है। सरकार इसको गंभीरता से लेते हुए इसपर तत्काल एक्शन लें। आपको बता दे कि, सीरो सर्वे के मुताबिक सितंबर में हुए सर्वे के मुकाबले सेन्ट्रल दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामले दोगुने से ज्यादा बढ़े हैं।
इस कारण से दिल्ली में तेजी से बढ़ रहा कोरोना संक्रमण
कुछ दिन एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा था कि तीसरी लहर का पीक बस 4-5 दिन और रहेगा लेकिन जिस रफ्तार से कोरोना के केस बढ़ रहे हैं, उसे देखकर नहीं लगता कि ये सिर्फ 4-5 दिनों में खत्म होने वाला है। दिल्ली में तेज रफ्तार से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को स्वास्थ विशेषज्ञों ने लोगों की लापरवाही, फेस्टिव सीजन में बहुत ज्यादा भीड़भाड़, बढ़ता वायु प्रदूषण और ठंड की वजह से गिरते तापमान को जिम्मेदार बता रहे हैं। विशेषज्ञों की माने तो अगर दिल्ली सरकार समय रहते कोरोना पर काबू नहीं पाई तो राष्ट्रिय राजधानी में पुनः लॉकडाउन लगाना पड़ेगा।