कोरोना संक्रमण के बीच भारत में दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की शुरुआत हुई। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इसकी शुरुआत की। उन्होंने इस दौरान कहा, “इस दिन का पूरे देश को बेसब्री से इंतजार था…कितने महीनों से देश के हर घर में बड़े, बूढ़े, जवान सभी की जुबान पर एक सवाल था कि कोरोना की वैक्सीन कब आएगी? अब वैक्सीन आ गई है,बहुत कम समय में आ गई है। राष्ट्रकवि दिनकर ने तो यही कहा था कि मानव जब जोर लगाता है तो पत्थर पानी बन जाता है।”
उन्होंने एक-एक जीवन को बचाने के लिए अपना जीवन आहुत कर दिया।
इसलिए आज कोरोना का पहला टीका स्वास्थ सेवा से जुड़ लोगों को लगाकर एक तरह से समाज अपना ऋण चुका रहा है।
ये टीका उन सभी साथियों के प्रति कृतज्ञ राष्ट्र की आदरांजली भी है।
– पीएम @narendramodi#LargestVaccineDrive
— BJP (@BJP4India) January 16, 2021
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “भारत की वैक्सीन ऐसी तकनीक पर बनाई गई है जो भारत में ट्राइड एंड टेस्टेड है… यह वैक्सीन स्टोरेज से लेकर ट्रांसपोर्टेशन तक भारतीय स्थितियों और परिस्थितियों के अनुकूल है।यही वैक्सीन भारत को कोरोना के खिलाफ लड़ाई में निर्णायक जीत दिलाएगी। हमारे वैज्ञानिक और विशेषज्ञ जब दोनों मेड इन इंडिया वैक्सीन की सुरक्षा और प्रभाव को लेकर आश्वस्त हुए तभी उन्होंने इसके इमरजेंसी उपयोग की अनुमति दी। इसीलिए देशवासियों को किसी भी तरह की अफवाहों तथा दुष्प्रचार से बच कर रहना चाहिए। भारतीय वैक्सीन विदेशी वैक्सीन की तुलना में बहुत सस्ती है और इसका उपयोग भी उतना ही आसान है। विदेश में तो कुछ वेैक्सीन ऐसी हैं जिनकी एक डोज की कीमत 5000 रूपये है।”
आज जब हमने वैक्सीन बना ली है, तब भी भारत की तरफ दुनिया आशा और उम्मीद की नजरों से देख रही है।
जैसे जैसे हमारा टीकाकरण अभियान आगे बढ़ेगा, दुनिया के अनेक देशों को हमारे अनुभव का लाभ मिलेगा।
– पीएम @narendramodi #LargestVaccineDrive
— BJP (@BJP4India) January 16, 2021
पीएम ने बताया,”पहली और दूसरी डोज के बीच लगभग 1 महीने का अंतराल भी रखा जाएगा, दूसरी डोज लगने के 2 हफ्ते बाद ही आपके शरीर में कोरोना के विरुद्ध जरूरी इम्यूनिटी विकसित हो जाएगी। मेरा आपसे अनुरोध है कि पहली खुराक पाने के बाद मास्क उतारने की गलती बिल्कुल न करें शारीरिक दूरी अवश्य बनाएं।”