ब्रिटेन में कोरोना का बड़ा कहर, बोरिस जॉनसन के भारत आने पर संशय बरकरार

ब्रिटेन में लगातार कोरोना संक्रमण तेजी के साथ बढ़ रहा है ऐसे में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन 26 जनवरी को भारत आ पाएंगे या नहीं इस पर लगातार संशय बना हुआ है। ब्रिटेन में कोविड-19 के दो नए वेरिएंट मिलने पर शायद बोरिस जॉनसन को अपना दौरा रद्द भी करना पड़ सकता है।

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चित्र साभार: ट्विटर @DDNewsHindi

2020 के बीच जाने के बाद 26 जनवरी को भारत अपना राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस मनाएगा। हालांकि पहले की अपेक्षा यह कार्यक्रम उतने धूमधाम से नहीं मनाया जाएगा लेकिन राष्ट्रीय पर्व होने के नाते इस कार्यक्रम को अच्छी तरह से मनाना प्रत्येक भारतवासी का कर्तव्य है। इस बार यह माना जा रहा था कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन 26 जनवरी को भारत के गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के तौर पर आएंगे। लेकिन लगातार ब्रिटेन में कोरोना वायरस के बढ़ने मामले और दो नए वेरिएंट मिलने के बाद अब ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं शायद जॉनसन का दौरा रद्द भी हो सकता है। एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार डॉ चांद नागपाल ने बताया है, “प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की भारत यात्रा पर ब्रिटेन सरकार क्या फैसला लेती है? यह कहना अभी जल्दबाजी होगा… लेकिन यह यात्रा शायद संभव न हो पाए खासतौर पर तब जब कोरोनावायरस संक्रमण का स्तर पर प्रचार जारी रहा!”

डॉ नागपाल का कहना है, “जाहिर है… हम उस मुद्दे पर कुछ फैसला नहीं सुना सकते जो 5 हफ्ते बाद होना है। वायरस को लेकर हर दिन बदलाव होते हैं लेकिन अगर वायरस का प्रसार इसी तरह चलता रहा तो बोरिस जॉनसन की भारत यात्रा पर भी इसका असर पड़ेगा शायद यह दौरा रद्द भी हो सकता है।” उन्होंने बताया है कि लंदन तथा अन्य हिस्सों में लागू लॉकडाउन के कारण अगर यह बारिश काबू में आ जाएगा तो यह यात्रा हो सकती है। नयी कोरोना की लहर से अस्पताल में विस्तरों  की उपलब्धता प्रभावित हुई है। अस्पतालों में 90% से ज्यादा जगह भरी हुई है। इंग्लैंड में अब कोरोना की पहली लहर मुकाबले ज्यादा मरीज सामने आ रहे हैं, अधिकतर अस्पताल भरे हुए हैं।

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