5 लड़ाकू विमानों की पहली खेप बुधवार को अंबाला एयरबेस पर पहुंच गयी है। भविष्य के लिए ये रक्षा डील काफी अहम मानी जा रही है। पूरे देश ने उत्साह के साथ राफेल विमानों का स्वागत किया लेकिन विपक्ष ने इस मौके पर भी केंद्र सरकार पर कई तरह से सवाल खड़े किए। कांग्रेस ने भले ही राफेल विमानों का भारत आने पर स्वागत किया लेकिन भारत सरकार से 4 सवाल पूछ कर उन्होंने एक बार फिर नयी बहस को छेड़ दिया है।
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कांग्रेस पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर सरकार से कई तरह के सवाल किए। उन्होंने लिखा, “राफेल का भारत में स्वागत! वायुसेना के जाबांज लड़ाकों को बधाई!! लेकिन आज हर देशभक्त को चार सवाल पूछने चाहिए। आप यह जरूर पूछें कि 526 करोड़ रुपये का एक राफेल अब 1670 करोड़ रुपये में क्यों खरीदा गया?”
रॉफेल का भारत में स्वागत!
वायुसेना के जाबाँज लड़ाकुओं को बधाई।आज हर देशभक्त ये ज़रूर पूछे-:
1. ₹526 करोड़ का एक रॉफेल अब ₹1670 करोड़ में क्यों?2. 126 रॉफेल की बजाय 36 ही क्यों?
3. मेक इन इंडिया की बजाय मेक इन फ़्रान्स क्यों?
4. 5 साल की देरी क्यों?https://t.co/DZ8LxU8cBG
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) July 29, 2020
उन्होंने 4 सवाल पूछते हुए ट्वीट किया और लिखा, “126 राफेल की बजाय 36 राफेल ही क्यों ख़रीदे गये? मेक इन इंडिया के बजाय मेक इन फ्रांस क्यों? पांच साल की देरी क्यों की गई?”
एक राफ़ेल की क़ीमत कॉंग्रेस सरकार ने ₹७४६ तय की थी लेकिन “चौकीदार” महोदय कई बार संसद में और संसद के बाहर भी मॉंग करने के बावजूद आज तक एक राफ़ेल कितने में ख़रीदा है, बताने से बच रहे हैं। क्यों? क्योंकि चौकीदार जी की चोरी उजागर हो जायेगी!! “चौकीदार” जी अब तो उसकी क़ीमत बता दें!!
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 29, 2020
रणदीप सिंह सुरजेवाला के अलावा दिग्विजय सिंह ने भी इस डील पर सवाल खड़े किए। दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा, “एक राफेल विमान की कीमत तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने 746 करोड़ रुपये तय की थी लेकिन चौकीदार महोदय कई बार संसद में और संसद के बाहर भी पूछे जाने के बावजूद आज तक एक राफेल कितने में खरीदा है? बताने से बच रहे हैं, क्यों..? क्योंकि चोरी उजागर हो जाएगी! चौकीदार जी अब तो उसकी कीमत बता दें!”