कांग्रेस पार्टी की मौजूदा अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके परिवार पर अक्सर परिवारवाद और पद की लालसा का आरोप लगता रहा है। लेकिन हाल ही में कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता ने दावा किया है कि गांधी परिवार ने कभी अपने स्वार्थ के लिए राजनीति नहीं की और न ही उन्हें कभी किसी पद की लालसा रही। कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता शक्ति सिंह गोहिल ने कहा है कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी दोनों को प्रधानमंत्री पद के लिए दावेदारी जी जा चुकी है लेकिन दोनों ने ही इसके लिए मना कर दिया था।
न्यूज एजेंसी ANI की खबर के मुताबिक शक्ति सिंह गोहिल का मानना है कि गांधी परिवार ने हमेशा से ही त्याग दिखाया है और राष्ट्र को सर्वोपरि रखा है। शक्ति सिंह ने कई पुराने उदाहरण भी दिए और कहा 1991 में नरसिम्हा राव ने सोनिया गांधी को पीएम बनने के लिए कहा था लेकिन उन्होंने इससे साफ इंकार कर दिया था। UPA 1 में भी सोनिया गांधी ने मनमोहन सिंह को प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बनाया। UPA 2 में मनमोहन सिंह ने राहुल गांधी को इस पद का हकदार बनाने के लिए कहा था लेकिन राहुल गांधी इससे पीछे हट गए थे।
कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता शक्ति सिंह गोहिल का ये बयान तब सामने आया है जब सोनिया गांधी ने पार्टी से बाहरी व्यक्ति को कांग्रेस का नेतृत्व करने की मांग की थी। प्रियंका गांधी ने यह भी कहा है कि कोई पार्टी अध्यक्ष भले ही गांधी परिवार से नहीं हो, वह उनका ‘बॉस’ होगा।