केंद्र सरकार ने गांधी परिवार को दी जाने वाली एसपीजी सुरक्षा हटाने का फ़ैसला कर लिया है। जिससे कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता काफ़ी भड़के हुए नज़र आ रहे हैं। कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के इस फ़ैसले के विरोध में गृह मंत्री अमित शाह के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
न्यूज चैनल, आज तक की ख़बर के मुताबिक केंद्र सरकार ने सभी सुरक्षा एजेंसियों की रिपोर्ट के आधार पर यह फैसला लिया है। इस फ़ैसले के तहत अब राहुल गांधी, काँग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रियंका वाड्रा को दी जाने वाली एसपीजी सुरक्षा हटा ली जाएगी। वहीं गांधी परिवार के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गांधी परिवार को अब तक इसकी जानकारी नहीं मिली है। अभी हाल ही में केंद्र सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की भी एसपीजी सुरक्षा हटाई थी। ऐसे में अब पूरे देश में सिर्फ पीएम नरेन्द्र मोदी के पास ही एसपीजी का सुरक्षा कवच रह जाएगा।
आपको बता दें कि साल 1985 में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद ही एसपीजी की स्थापना की गई थी। जिसका उद्देश्य सिर्फ़ प्रधानमंत्री की सुरक्षा करना था। इसके बाद साल 1991 में जब राजीव गांधी की हत्या हुई तब इस एक्ट में संशोधन करते हुए, प्रधानमंत्री को पद से हटने के बाद 10 सालों तक एसपीजी घेरा देने का प्रावधान किया गया। लेकिन साल 2003 में वाजपेयी सरकार ने इसमें पुनः संशोधन करते हुए इस अवधि को 10 साल से हटाकर 1 साल कर दिया। साथ ही इस सुरक्षा को निर्धारित करने का अधिकार केन्द्र सरकार के हाथ मे भी दे दिया था।