नई दिल्ली | कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम के लिए केंद्र सरकार की ओर से लगाए तीसरी बार लॉकडाउन पर कांग्रेस ने केंद्र सरकार की भूमिका पर कई सारे सवाल खड़े कर दिए हैं। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने मोदी सरकार से सवाल किया है कि, “मजदूरों की घर वापसी, भयंकर बेरोजगारी, ठप होते व्यवसायों व संकट से घिरी अर्थव्यवस्था से उबरने के लिए सरकार के पास क्या रोडमैप है।?”
कांग्रेस प्रवक्ता ने सत्ता की भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि, “गृह मंत्रालय ने आदेश जारी कर 17 मई, 2020 तक लॉकडाऊन 3.0 लागू कर दिया। न प्रधानमंत्री सामने आए, न राष्ट्र को संबोधन किया, न गृहमंत्री आए, यहां तक कि कोई अधिकारी भी नहीं आया। आया तो केवल एक आधिकारिक आदेश।” सुरजेवाला ने अपने बयान में आरोप लगाया कि,- “देश को न कुछ बताया, न सुझाया, न रास्ता बताया, न समय सीमा बताई और न ही मुश्किलात का हल। न देशवासियों के मन की बात सुनी, न अपनी कही और न ही देश के मन में उठ रहे लाखों सवालों का जवाब दिया।”
कांग्रेस नेता सुरजेवाला ने केंद्र सरकार के आगे सवालों की झड़ी लगाते हुए पूछा कि, “130 करोड़ भारतवासी जानना चाहते हैं, ‘लॉकडाऊन 3.0 के पीछे क्या लक्ष्य है? क्या उद्देश्य है? क्या रणनीति है और क्या रास्ता है? क्या लॉकडाऊन 3.0 आखिरी है? और 17 मई, 2020 को खत्म हो जाएगा? या फिर, लॉकडाऊन 1.0 के बाद लॉकडाऊन 2.0, फिर लॉकडाऊन 3.0 की तरह लॉकडाऊन 4.0 व लॉकडाऊन 5.0 भी आने वाला है? यह पूर्णतया खत्म कब होगा? 17 मई, 2020 तक कोरोना संक्रमण व आर्थिक संकट से उबरने की गोलपोस्ट क्या है? मोदी सरकार ने 17 मई, 2020 तक संक्रमण, रोजी रोटी की समस्या व आर्थिक संकट से निपटने के लिए क्या लक्ष्य निर्धारित किए हैं? उन लक्ष्यों को हासिल करने के लिए 17 मई तक क्या सार्थक व निर्णायक कदम उठाए जाएंगे?”
सरकार से सवाल करने के साथ ही कांग्रेस नेता सुरजेवाला ने केंद्र सरकार को सुझाव भी दिया है। उन्होंने केंद्र सरकार को सुझाया है की, लाखों मजदूरों की 15 दिन में घर वापसी के लिए निशुल्क यानि बगैर किराए सैनिटाईज़्ड ट्रेन का इंतजाम मोदी सरकार करे। देश के गरीबों-मजदूरों-किसानों के जन-धन खातों, पीएम किसान योजना खातों, एमजी नरेगा मजदूर खातों व बुजुर्ग-महिला-विकलांगों के खातों में सीधे 7500 रु. डाले जाएं व प्रति व्यक्ति 10 किलो अनाज, 1 किलो दाल तथा आधा किलो चीनी दी जाए।”