देश में कोरोना महामारी के बढ़ते हुए खतरे को देखते हुए इससे बचने के लिए सरकार ने पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा की थी। हालांकि इसके पश्चात देश की गिरती हुई अर्थव्यवस्था को ध्यान में रखते हुए कुछ शर्तों के साथ चरणबद्ध तरीके से खोलने के आदेश भी सरकार द्वारा जारी किए गए थे। आईएमए हॉस्पिटल बोर्ड ऑफ इंडिया के चेयरपर्सन डॉ. वी. के. मोंगा ने कहा है कि देश में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है, जो बेहद खतरनाक स्थिति है। समाचार एजेंसी एएनआई ने डॉ मोंगा के हवाले से कहा कि भारत में हर दिन 30 हजार से ज्यादा कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं।
यह वास्तव में देश के लिए बहुत खराब स्थिति है। अब यह ग्रामीण इलाकों में फैल रहा है। यह बुरा संकेत है। यह कम्युनिटी स्प्रेड दिख रहा है। डॉ. मोंगा का यह बयान बेहद अहम इसलिए भी है, क्योंकि अभी तक केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय लगातार कह रहा है कि अब तक भारत में कोरोना वायरस का कम्युनिटी स्प्रेड शुरू नहीं हुआ है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के इस दावे को कई हेल्थ एक्सपर्ट चैलेंज भी कर चुके हैं। आपको बता दे कि भारत में दिन प्रतिदिन रिकॉर्ड तोड़ कोरोना संक्रमित मरीजों की पुष्टि हो रही है। बढ़ती हुई संख्या के साथ ही कोरोना वायरस के मरीजों के मामले में भारत दुनिया में तीसरे स्थान पर पहुंच चुका है। डॉ. मोंगा ने कहा कि अब कोरोना वायरस गांवों और कस्बों में फैल रहा है, जिसके चलते हालात को नियंत्रित करना बेहद मुश्किल हो गया है।
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उन्होंने कहा कि दिल्ली में तो हमने इसको कंट्रोल कर लिया, लेकिन महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, गोवा और मध्य प्रदेश के दूरवर्ती इलाकों का क्या होगा? इसके साथ ही डॉ. मोंगा ने यह भी कहा कि कोरोना वायरस ऐसी बीमारी है, जो काफी तेजी से फैल रही है। इससे निपटने के लिए राज्य सरकारों को पूरी सावधानी बरतनी चाहिए और केंद्र सरकार से मदद लेनी चाहिए। गौरतलब है कि अमेरिका और ब्राजील के बाद कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा मरीज भारत में हैं। शनिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि भारत में अब तक 10 लाख 38 हजार 716 लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं, जिनमें से 26 हजार 273 लोग दम तोड़ चुके हैं और 6 लाख 53 हजार 751 लोग इलाज से ठीक हो चुके हैं।