आप सभी ने गाजियाबाद जिले के मुरादनगर में उस हादसे के बारे में तो सुना ही होगा जहां शमशान घाट के गलियारे की छत गिरने के कारण 24 लोगों की अकाल मृत्यु हो गई थी। इस मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है। वहीं इस मामले की जांच करने के लिए एसआईटी को गठित भी कर दिया गया है। एसआईटी मंगलवार को डासना जेल पहुंची। एसआईटी ने ठेकेदार अजय त्यागी, संजय गर्ग और सुपरवाइजर आशीष के बयान दर्ज किए। इसके बाद जेल में बंद निलंबित ईओ निहारिका सिंह समेत सभी पांचों आरोपियों का आमना-सामना कराकर इस मामले के बारे में पूरी जानकारी ली।
पड़ताल करने के पश्चात एसआईटी लखनऊ के लिए रवाना हो चुकी है। बताया जा रहा है कुछ समय बाद ही SIT अपनी रिपोर्ट सौंप देगी। इस मामले में उत्तर प्रदेश की पुलिस अब तक मुरादनगर नगर पालिका की निलंबित ईओ निहारिका सिंह, ठेकेदार अजय त्यागी, उसके पार्टनर संजय गर्ग, जेई व सुपरवाइजर को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। बताया जा रहा है सोमवार को एसआईटी ने डासना जेल जाकर ईओ व जेई के बयान दर्ज किए थे। देर शाम ठेकेदार अजय त्यागी के बयान लिए थे। एसआईटी मंगलवार को फिर जेल पहुंची और अजय त्यागी, उसके पार्टनर और सुपरवाइजर के बयान दर्ज किए। सूत्रों के अनुसार यह बताया जा रहा है कि इस मामले में अधिकारियों के द्वारा खूब रिश्वत खाई गई थी। कुछ समय पश्चात जब SIT अपनी रिपोर्ट पेश करेगी तब यह पता चल सकेगा कि इस कांड का असली दोषी कौन था?