किसान आंदोलन जोरो पर है इसी बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ‘राम-राम’ और ‘राम नाम सत्य है’ वाला बयान सुर्खियों में है। दरअसल बात कुछ ये है कि, मेरठ में रैली को संबोधित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा था कि, “हमने पुलिस को निर्देश दिया है कि वह जब भी किसानों से मिले तो ‘राम-राम’ कहे।”
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, “पश्चिम उत्तर प्रदेश के किसानों के साथ अन्याय नहीं होगा। हमने पुलिस को निर्देश दिया है कि हम किसान भाइयों से मिलें तो हमारा संबोधन ‘राम राम’ होना चाहिए और हमारी बहन-बेटियों की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले दुराचारियों व अपराधियों की ‘राम नाम सत्य है’ की यात्रा निकलनी चाहिए।”
हम किसान भाइयों से मिलें तो हमारा संबोधन “राम राम” होना चाहिए और हमारी बहन-बेटियों की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले दुराचारियों व अपराधियों की “राम नाम सत्य है” की यात्रा निकलनी चाहिए… pic.twitter.com/JJG9eUpfnF
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) December 13, 2020
सीएम योगी ने आगे कहा कि, “प्रधानमंत्री जी ने ‘किसान सम्मान निधि योजना’ का शुभारंभ किया। विपक्ष कहता था कि चुनावी शिगूफा है, लोग कहते थे कि कोरोना कालखण्ड में यह रुक जाएगी। माननीय प्रधानमंत्री जी ने कहा कि मंत्री, सांसद, विधायक का वेतन रुकेगा लेकिन किसान की किसान सम्मान निधि नहीं रुकेगी।”
मेरठ में एक कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने कहा, “किसान भाइयों के कंधे पर बंदूक रखकर भारत की एकता और अखंडता को चुनौती दी जा रही है, देश की सुरक्षा में सेंध लगाने का कार्य किया जा रहा है, यह कतई स्वीकार्य नहीं होगा। समाधान संवाद से होगा, संघर्ष से नहीं।”