सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर मुख्य सचिव सहकारिता, आयुक्त और निबंधक एमवीएस रामी रेड्डी ने 33 धान क्रय केंद्र प्रभारियों के खिलाफ कार्यों में उदासीनता और अनियमितता पर एफआईआर दर्ज कराई है। साथ ही 24 केंद्र प्रभारियों व सचिव को निलंबित कर दिया गया है। कार्यों में लापरवाही और अनियमता की शिकायतों पर औरैया के जिला प्रबंधक पीसीयू, जिला प्रबंधक यूपीएसएस, सोनभद्र के जिला प्रबंधक पीसीएफ और कानपुर मंडल के क्षेत्रीय प्रबंधक पीसीएफ को भी निलंबित कर दिया गया है।
इसी ही क्रम में जिला प्रबंधक पीसीएफ फेतहपुर को ट्रांसफर लेटर दे दिया गया है। इसके साथ ही 71 केंद्र प्रभारियों सचिवों को भी चेतावनी दी गई है और एक केंद्र प्रभारी को पद से हटाया गया और 28 केंद्र प्रभारियों सचिवों से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
उनका मानना है कि धान खरीद में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। धान क्रय केंद्रों पर किसानों को किसी प्रकार की कोई परेशानी और असुविधा नहीं होनी चाहिए इसका सभी विशेष रूप से ध्यान रखे और आगे किसानों को धान क्रय केन्द्रों पर किसी तरह की असुविधा या अनियमता की शिकायत होने पर दोषियों के खिलाफ तुरंत सख़्त कार्रवाई होगी।
आगे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चीनी मिलों के सुचारु ढंग से संचालन पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिया है और यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि किसानों को चीनी मिलों में गन्ने की आपूर्ति में कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। उन्होंने गन्ना किसानों को बोआई के लिए गन्ने की बेहतर प्रजाति उपलब्ध कराए जाने के निर्देश भी दिए है। रविवार को अपने सरकारी आवास पर वह विभिन्न विभागों के कामकाज की समीक्षा कर रहे थे।