सोमवार को लोकसभा में नागरिक संशोधन विधेयक पास करने के बाद केंद्र सरकार ने राज्यसभा में भी इस बिल को पास कर दिया। वोटिंग से पहले करीब 6 घंटे तक राज्यसभा में विपक्ष ने बिल के खिलाफ जोरदार हंगामा किया। हालांकि इसके बावजूद बिल के पक्ष में 125 जबकि विरोध में 99 वोट पड़े। गृह मंत्री अमित शाह ने बेबाक अंदाज से विपक्ष के हर सवालों का जवाब दिया। अमित अमित शाह ने देश के मुसलमानों को भरोसा दिलाया और कहा कि उन्हें इस बिल से घबराने की कोई जरूरत नहीं है। नागरिक संशोधन विधेयक किसी की नागरिकता छीनने का नहीं बल्कि नागरिकता देने का विधेयक है।
राज्यसभा में इस बिल के पास होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश को बधाई दी और कहा ‘आज का दिन भारतीय मूल्यों, करुणा और भाईचारा के लिए सबसे अहम दिन है। मुझे खुशी है कि यह बिल राज्यसभा में भी पास हो गया। जिन सांसदों नें इस बिल के पक्ष में वोट डालें उन्हें मेरा आभार। जिन लोगों ने सालों तक अत्याचार सहे उन्हें यह बिल राहत देगा।‘ एक तरफ जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बिल को राहत देने वाला बताया तो वहीं दूसरी ओर असम समेत पूर्वोत्तर के कई राज्यों ने इस बिल के खिलाफ सड़कों पर जमकर धरना प्रदर्शन किया। कई जगहों पर वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। हालांकि अब देखना होगा कि केंद्र सरकार द्वारा नागरिक संशोधन विधेयक पाकिस्तान अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आए हिंदू शरणार्थियों के लिए कितना सहायक साबित होता है।