कोरोना महामारी के बीच सीमा पर भारत के साथ तनाव की स्थिति पैदा करना चीन को और भारी पड़ने वाला है। टिकटोक समेत 59 एप को बैन करने के बाद अब रक्षाबंधन के मौके पर चीन को व्यापार के क्षेत्र में बड़ा नुकसान झेलना पड़ सकता है। दरअसल सरकार ने इस समय भारत में चीन के सामान पर पूरी तरह से रोक लगा रखी है। लोग भी बायकॉट चाइना के तर्ज पर इस बार चीन की बनी राखी का बहिष्कार कर रहे हैं। वर्षो से त्योहारी बाजार पर पूरी तरह से राज करने वाले चीन को इस बार टक्कर देने के लिए महिलाएं घर-घर राखियां तैयार कर रही हैं। भारत में हर साल रक्षाबंधन के त्यौहार पर करीब 6000 करोड़ का व्यापार होता था।
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अकेला चीन इस त्यौहार पर 3 से 4 हजार करोड़ तक व्यापार करता था। लेकिन अब चीन को अपनी चालबाज हरकत की भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है। कहा जा रहा है कि भारतीय बाजार में इस बार चीन की बनी राखियों का निर्यात नहीं होगा। जिससे ड्रैगन देश को 4000 करोड़ तक का नुकसान झेलना पड़ सकता है। कुछ सर्वे में इस बात का दावा किया गया है कि पिछले साल भारत में जहाँ कई घरों में महिलाएं राखी बना रहीं थी, वहीं इस बार इन घरों की संख्या आश्चर्यजनक रूप से बढ़ी है। इन घरों की महिलाओं ने राखी बनाने का काम शुरू कर दिया है।