चीन के साथ लगातार भारत के रिश्ते बिगड़ते जा रहे हैं। लगातार कूटनीतिक बैठकों के बाद भी चीन अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहा है। एक बार फिर चीनी सैनिकों ने भारतीय इलाकों में घुसने की कोशिश की है। भारतीय सेना के अनुसार गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के 75 दिन बाद 29 अगस्त की रात को चीनी सैनिकों ने भारतीय इलाके में घुसपैठ करने की कोशिश की। भारतीय जवानों ने चीनी सैनिकों की इस कोशिश को नाकाम कर दिया। भारत ने इस स्थिति को यथास्थिति का उल्लंघन बताया है।
भारत और चीन के बीच लगातार सैन्य अधिकारी स्तर और राजनीतिक स्तर पर बातचीत की जा रही है। जिससे भारत और चीन के बीच के विवाद को समाप्त किया जा सके लेकिन एक बार चीन ने सिर्फ इस विवाद की आग में घी डालने का काम किया है। इस पूरे मामले को सुलझाने के लिए त्रिशूल में ब्रिगेड कमांडर लेवल की बातचीत भी हो रही है। 15 -16 जून की रात को गलवान घाटी में भारतीय सेना ने अपने 20 जवान खो दिए थे। इसके बाद लगातार यह माना जा रहा था कि भारत चीन आर्मी के अफसरों के बीच हुई मीटिंग से इस विवाद का कोई हल निकाला जा सकता है। लेकिन इसका कोई खास नतीजा सामने नहीं आ रहा है।
वहीं दूसरी ओर भारतीय चीन सीमा विवाद को लेकर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत का कहना है कि चीन के साथ बातचीत से विवाद नहीं सुलझा तो सैन्य विकल्प भी खुला है। शांति से समाधान तलाशने की कोशिश की जा रही है। आर्मी से लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल के आसपास अतिक्रमण रोकने और इस पर पूरी तरह से नजर रखने के लिए कहा गया है।
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