हाथरस में घटी घटना पर पूरे देश में राजनीति हो रही है। उत्तर प्रदेश पुलिस लगातार इस मामले पर लीपापोती कर रही है। ना तो किसी विपक्षी पार्टी कि नेताओं को वहां पहुंचने दिया जा रहा है और ना ही मीडिया कर्मियों को परिवार से मिलने दिया जा रहा है। कुछ समय पहले एबीपी न्यूज़ के पत्रकार के साथ अभद्रता का मामला भी सामने आया था। इसी बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का इस पूरे मामले पर एक ऐसा बयान सामने आया है जिससे निश्चित रूप से कुछ प्रश्नों का जवाब मिल सकता है। मुख्यमंत्री के टि्वटर हैंडल से ट्वीट किया गया,
“उत्तर प्रदेश में माताओं-बहनों के सम्मान-स्वाभिमान को क्षति पहुंचाने का विचार मात्र रखने वालों का समूल नाश सुनिश्चित है।
इन्हें ऐसा दंड मिलेगा जो भविष्य में उदाहरण प्रस्तुत करेगा।
आपकी @UPGovt प्रत्येक माता-बहन की सुरक्षा व विकास हेतु संकल्पबद्ध है।
यह हमारा संकल्प है-वचन है।”
उत्तर प्रदेश में माताओं-बहनों के सम्मान-स्वाभिमान को क्षति पहुंचाने का विचार मात्र रखने वालों का समूल नाश सुनिश्चित है।
इन्हें ऐसा दंड मिलेगा जो भविष्य में उदाहरण प्रस्तुत करेगा।
आपकी @UPGovt प्रत्येक माता-बहन की सुरक्षा व विकास हेतु संकल्पबद्ध है।
यह हमारा संकल्प है-वचन है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 2, 2020
14 सितंबर को उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के गांव चंदवा की एक युवती अपनी मां के साथ खेत पर गई थी और आरोप के अनुसार सासनी निवासी एक युवक ने उस पर जानलेवा हमला किया। युवती ने सीओ सादाबाद को दिए बयान में तीन अन्य युवकों के नाम भी बताए हैं। जिसके बाद पुलिस ने केस में गैंगरेप की धारा बढ़ा दी थी। इस मामले में पुलिस चारों आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है, हालांकि पुलिस और प्रशासन पर इस पूरे प्रकरण में कई आरोप सामने आए हैं। जिस प्रकार विकास दुबे के केस में सामने आए थे। यह बताया जा रहा है कि युवती इस हमले के शिकार होने के पश्चात कई दिनों तक बेहोश रही ! तबीयत बिगड़ने पर उसे दिल्ली के अस्पताल में लाया गया और वहां इलाज के दौरान मंगलवार को उसकी मृत्यु हो गई। गांव वालों का आरोप है कि पुलिस ने बिना परिजनों की अनुमति के ही उनकी बेटी का अंतिम संस्कार कर दिया। विपक्षी दल भूखे गिद्ध की तरह इस मामले पर राजनीति करने लगे हैं, इस मामले को चुनावी रंग दिया जा रहा है। प्रदेश में जातिवाद फैलाने की पूरी कोशिश की जा रही है।