राम मंदिर ट्रस्ट पर लगे आरोपों का मुख्यमंत्री योगी ने लिया संज्ञान, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी दिया बड़ा बयान

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पर लगे आरोपों पर संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री योगी ने पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की है। आपको बता दें अयोध्या में भगवान श्री राम के मंदिर हेतु खरीदी गई कुछ जमीन को लेकर ट्रस्ट के लोगों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं।

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श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के लोगों पर लगे गंभीर आरोपों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी मामले की रिपोर्ट तलब कर ली है। उन्होंने ट्रस्ट और जिला प्रशासन से इस मामले में विस्तृत जानकारी देने को कहा है। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सोमवार को कहा कि आरोप लगाने वाले सियासी लोग हैं। सियासत से प्रेरित होकर आरोप लगा रहे हैं। हकीकत तो यह है कि यह जमीन बाजार दर से कम कीमत पर खरीदी गई है। कांग्रेस पार्टी, समाजवादी पार्टी और आम आदमी पार्टी के द्वारा लगातार ट्रस्ट के लोगों पर गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं कि उन्होंने भगवान श्रीराम के इस काम में भ्रष्टाचार करने का कार्य किया है।

दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया तथा राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि ट्रस्ट द्वारा राम मंदिर के लिए खरीदी गई 12080 वर्ग मीटर जमीन में भाजपा नेताओं ने करोड़ों रुपयों का घोटाले किया है। उन्होंने कहा कि मजदूरों, किसानों, व्यापारियों ने अपनी बचत में से श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए चंदा दिया, लेकिन दु:ख इस बात का है कि जमीन खरीद में घोटाला कर आस्था के साथ विश्वासघात किया गया है।

दोषियों के खिलाफ होगी कार्रवाई : केशव प्रसाद मौर्य

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने मंगलवार को जमीन विवाद को लेकर तीन ट्वीट किए और घोटाले का आरोप लगाने वालों को रामद्रोही बताया। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि “रामलला का भव्य मंदिर निर्माण राम द्रोहियों को बर्दाश्त नहीं हो रहा।” अगले ट्वीट में उन्होंने लिखा कि “राम भक्तों को राम द्रोही उपदेश न दें।” इससे पहले सोमवार को केशव मौर्य ने कहा था कि अगर आरोप साबित हुए तो दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।साथ ही उन्होंने ये भी कहा था कि जिनके हाथ रामभक्तों के खून से रंगे हैं, उन्हें सलाह नहीं देनी चाहिए।

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