भारत और चीन को लेकर चल रहे सीमा विवाद पर केंद्र सरकार ने भी अपना कड़ा रूख अपनाया है। केंद्र सरकार ने चीन के 4G उपकरणों को लेकर बड़ा फैसला किया है। हाल ही में केंद्र सरकार ने भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) से कहा है कि 4G संसाधनों को अपग्रेड करने के लिए चीन के प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद कर दिया जाए। सूत्रों के मुताबिक, टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने सुरक्षा के मद्देनजर यह फैसला लिया है तथा विभाग ने संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के साथ-साथ एमटीएनएल को भी यही निर्देश दिया है कि 4G के लागू होने में जितने भी चीनी उपकरणों का इस्तेमाल होता है उसपर तुरंत रोक लगा दें। विभाग निजी मोबाइल सेवा ऑपरेटरों से चीनी कंपनियों द्वारा बनाए गए उपकरणों पर उनकी निर्भरता को कम करने के लिए भी विचार कर रहा है। बता दें कि वर्तमान में चीनी कंपनी Huawei के साथ एयरटेल, वोडाफोन और आइडिया जैसी दूरसंचार कंपनियाँ काम कर रही हैं। वहीं, बीएसएनएल वर्तमान नेटवर्क में चीनी ZTE के साथ काम कर रहा है।
सरकार का यह फैसला लद्दाख में भारी तनाव के बीच आया है। जब बीते सोमवार को चीनी सैनिकों के साथ झड़प में 20 भारतीय सैनिक मारे गए हैं। जबकि चीनी सेना के 43 जवान मारे गए और गंभीर रूप से जख्मी हुए। चीन ने अभी तक अपनी ओर से इस बारे में कोई भी बयान जारी नहीं किया। लगभग पांच दशकों में यह पहली बार है जब चीन के साथ नियंत्रण रेखा पर इस तरह की हिंसा हुई है। आपको बता दे कि गलवान घाटी पर चीन के साथ हुई इस मुठभेड़ के बाद से भारत में चीनी सामानों के बहिष्कार का आंदोलन जोरों पर है। देश के कई हिस्सों में चाइनीज सामानों को आग के हवाले किया गया। लोगों ने चीनी सामान न खरीदनें का संकल्प भी लिया। साथ ही, सोशल मीडिया पर भी हैशटैग के साथ ‘HindiCheeniByeBye’ और ‘BharatVsChina’ ट्रेंड कर रहा है।