कोरोना संक्रमण की दोनों लहरों ने जिस तरह से विश्व की सभी अर्थव्यवस्थाओं पर प्रभाव डाला है वह हमारे सामने हैं। भारत की अर्थव्यवस्था भी इससे अछूती नहीं रही है। लेकिन उसके बावजूद भी हमारी अर्थव्यवस्था लगातार इस संकट से उभरने का प्रयास कर रही है। आपको बता दें कि प्रमुख आर्थिक सलाहकार संजीव सान्याल ने शुक्रवार को बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि हम अर्थव्यवस्था का तेजी से विस्तार करने में सक्षम हैं। यदि तीसरी कोरोना लहर आई भी तो हम इसका मुकाबला कर लेंगे। हमारा राजस्व घाटा बहुत नियंत्रित है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि तीसरी लहर नहीं आई तो दिसंबर तिमाही तक जीडीपी वृद्धि दर कोविड पूर्व का स्तर पा लेगी।
संजीव सान्याल ने कहा, ‘हमने सालाना आधार पर अप्रैल-जून में 20.1 फीसदी जीडीपी वृद्धि दर हासिल की। यह बड़ी संख्या है। हालांकि इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह 2020 में इसी अवधि में लॉकडाउन के कारण हुई निम्न जीडीपी पर आधारित है। लेकिन यदि तीसरी लहर नहीं आती है तो हम अक्तूबर-दिसंबर तिमाही तक कोविड पूर्व के स्तर पर पहुंचने में सक्षम होंगे।’ हालही में केंद्र सरकार के द्वारा चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के जीडीपी के नतीजे जारी किए गए थे। उसके अनुसार पहली तिमाही (अप्रैल, मई, जून) में जीडीपी वृद्धि दर रिकॉर्ड 20.1 फीसदी रही है, जबकि यह 2020-21 की इसी तिमाही में माइनस 23.9 फीसदी रही थी। उसके मुकाबले यह रिकॉर्ड बढ़ोतरी है।