लगातार महाराष्ट्र सरकार और कंगना रनौत के बीच का विवाद बढ़ता जा रहा है और अब विवाद इस हद तक पहुंच गया है कि महाराष्ट्र सरकार अपनी शक्तियों का गलत उपयोग करने लगी है। सुबह ही कंगना रनौत को गृह मंत्रालय की ओर से Y सिक्योरिटी प्रदान की गई। और शाम तक बीएमसी ने उनके कार्यालय पर छापा मार दिया। एक बयान में कंगना रानाउत ने कहा था कि मुझे मुंबई अब पाक अधिकृत कश्मीर की तरह लगता है जिसके बाद लगातार शिवसेना की ओर से कंगना पर निशाना साधा जा रहा था।
लेकिन सोचने की बात यह है एक संवैधानिक पद पर बैठे हुए व्यक्ति ने कंगना रनौत के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग किया था। निश्चित रूप से वह भाषा किसी महिला के लिए प्रयोग नहीं की जा सकती। शिवसेना के नेता संजय राउत ने एक न्यूज़ चैनल को बयान देते हुए कहा था, “क्या होता है कानून? उस लड़की ने जो किया क्या वह कानून का सम्मान है? क्या आप उस हरामखोर लड़की की वकालत कर रहे हो?” इस बयान के बाद संजय राऊत टि्वटर पर लगातार ट्रोल हो रहे थे। उन्होंने कहा अगर यह लड़की महाराष्ट्र से माफी मांगती है तब मैं इसके बारे में सोच सकता हूं। उसने मुंबई को मिनी पाकिस्तान कहा है। क्या उसमें अहमदाबाद के बारे में ऐसा कहने की ताकत है? ”
महाराष्ट्र सरकार ने कंगना को सुरक्षा दिए जाने पर ऐतराज जाहिर किया। राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि मुंबई का अपमान करने वालों को सिक्योरिटी दी जा रही है, यह दुख की बात है। इस दौरान कंगना के मुंबई पहुंचने से पहले ही बीएमसी ने उनके दफ्तर पर छापा मार दिया है।