पंचतत्व में विलीन हुए CDS जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत, नम आंखों के साथ बेटियों ने दी मुखाग्नि

जब तक सूरज चांद रहेगा, बिपिन जी का नाम रहेगा...। अमरता के इन नारों और 17 तोपों की सलामी की गूंज के बीच देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत पंचतत्व में विलीन हो गए।

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तमिलनाडु में हुई दुर्घटना के कारण अपने प्राण गंवाने वाले भारत के पहले CDS जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत आज पंचतत्व में विलीन हो गयीं। दोपहर दो बजे दिल्ली के 3, कामराज मार्ग स्थित उनके घर से निकली अंतिम यात्रा में हजारों लोगों का हुजूम देखा गया।लोगों ने बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत की शव यात्रा का पुष्प वर्षा की। सीडीएस रावत और उनकी पत्नी को उनकी बेटियों कृतिका और तारिणी ने रुढ़ियों को तोड़ते हुए मुखाग्नि दी। यही नहीं जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी के शव भी एक साथ ही चिता पर रखे गए थे।

इस मौके पर जनरल बिपिन रावत के छोटे भाई का परिवार, मधुलिका रावत के परिवार के कई  लोग भी मौजूद थे। यही नहीं बड़ी संख्या में सैनिकों के परिवार, राजनीतिक हस्तियां, कई देशों के सेनाध्यक्ष और राजनियक भी मौजूद थे। जनरल बिपिन रावत किस कद के सैन्य अधिकारी थे, इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि इजरायल, अमेरिका, फ्रांस और रूस समेत कई देशों ने उनकी मौत पर शोक जाहिर किया। यही नहीं उनके निधन को अपने एक गहरे दोस्त को खोने जैसा बताया था। इस अंतिम यात्रा में आम लोगों के साथ ही पड़ोसी देश श्रीलंका, भूटान, बांग्लादेश और नेपाल के टॉप कमांडर भी शामिल हुए। एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक जनरल रावत की अंतिम यात्रा में श्रीलंका के पूर्व चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ एडमिरल रविंद्र चंद्रश्री विजेगुणारत्ने भी पहुंचे। वह जनरल रावत के कोर्स मेट थे और उनके करीबी दोस्तों में से एक थे।

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