हाथरस मामले की अब जांच करेगी सीबीआई, उत्तर प्रदेश सरकार ने की थी जांच की सिफारिश

हाथरस मामले की जांच सीबीआई ने टेकओवर कर लिया है। डीओपीटी ने हाथरस मामले की सीबीआई जांच के लिए अधिसूचना जारी कर दी है। मामले की जांच सीबीआई की गाजियाबाद शाखा करेगी। मामलेे कामामले का सुपरविजन लखनऊ जोन कार्यालय में किया जाएगा साथ ही पूरेसाथ ही पूरे मामले पर ज्यादा एफआईआर रजिस्टर्ड किया जाएगा।

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हाथरस में हुए कथित गैंगरेप के लगातार न्याय की गुहार लगाई जा रही है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में 3 अक्टूबर को ही सीबीआई जांच के सिफारिश कर चुके थे। अब इस मामले को सीबीआई ने टेकओवर कर लिया है। बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीबीआई जांच के लिए संस्तुति पत्र भेजा था। केंद्र सरकार के डीओपीटी विभाग के नोटिफिकेशन के बाद अब इस मामले में सीबीआई जांच करेगी। सीबीआई ने हाथरस मामले को टेकओवर कर लिया है। अभी तक हाथरस कांड की जांच आईएस आईटी कर रही थी।

हाथरस कांड में मीडिया द्वारा पूछे गए प्रश्नों पर पीड़िता के भाभी ने सीबीआई जांच से इंकार कर दिया था। पीड़िता के भाभी ने केस में न्यायिक जांच जज के निगरानी में होने की बात कही थी। डीओपीटी ने हाथरस मामले की सीबीआई जांच के लिए अधिसूचना जारी कर दी है। मामले की जांच सीबीआई की गाजियाबाद शाखा करेगी। मामलेे कामामले का सुपरविजन लखनऊ जोन कार्यालय में किया जाएगा साथ ही पूरेसाथ ही पूरे मामले पर ज्यादा एफआईआर रजिस्टर्ड किया जाएगा।

14 सितंबर को हाथरस में यह वीभत्स घटना दिल दहला देने वाली थी। प्रदेश ही नहीं पूरे देश में पीड़िता के न्याय के लिए लोग गुहार लगा रहे हैं। योगी सरकार हाथरस कांड निष्पक्षता से जांच करने के लिए तत्पर हैं। घटना के दो दिन बाद ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था।

मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एसआईटी की टीम गठित की और उसे 7 दिन में रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया। एसआईटी टीम पीड़िता के परिवार और गांव वालों के बयान दर्ज करने के साथ-साथ चंदपा थाना के पुलिसकर्मियों से भी बातचीत की। एसआईटी टीम के सदस्यों ने घटनास्थल पर जाकर मामले की निष्पक्षता से जांच पड़ताल की। हाथरस मामले में पीएफआई कनेक्शन के भी जांच पड़ताल में एसआईटी टीम ने अहम भूमिका निभाई है।

कड़ी सुरक्षा के बीच पहुंचाया जाएगा पीड़िता के परिवार को हाई कोर्ट

हाथरस कांड में पीड़िता के मौत के बाद उसके शव को रात में ही जला दिया गया था। परिवार की मांग थी कि पीड़िता का शव परिवार को सौंप दिया जाए वह लोग उसका दाह संस्कार सुबह करेंगे। परंतु अधिकारियों ने हिंसा भड़कने के अधिक चांस होने के कारण सबका अंत्येष्टि कार्यक्रम रात में ही कर दिया था। इस मामले को प्रकाश में आने के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट ने स्वत संज्ञान लिया था। अब 12 अक्टूबर को पीड़िता परिवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट में पेश किया जाएगा। योगी सरकार ने कड़ी कार्यवाही करते हुए हाथरस कांड में जांच कर रहे एसपी डीएसपी समेत पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड भी कर दिया था। अब देखना यह होगा कि अदालत में इस पर क्या सुनवाई होती है।

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