भारत विश्व में आबादी के मामले में दूसरे पायदान पर आता है। ऐसे में देश की जनता तक कोई भी खबर पहुंचाना किसी चुनौती से कम नहीं है। लेकिन आज रेडियो, न्यूज़पेपर और टेलीविज़न के माथ्यम से हम कुछ ही समय में हर खबर आसानी से जन-जन तक पहुंचा सकते हैं। इन सभी माध्यमों में सबसे रोचक माध्यम टेलीविज़न को ही माना जाता है क्योंकि इसमें चलचित्र और आवाज़ (News Anchoring) दोनों का ताल-मेल रहता है।
देश में ज्यादातर लोग हर रोज़ समाचार देखना पसंद करते हैं। वहीं जब ये समाचार एक युवा देखता है तो कहीं न कहीं उसके मन में एंकर बनने की इक्षा जन्म लेती है। स्टूडियो में बैठा वह व्यक्ति एंकर होता है, जो आपको समाचार सुनाते हुए दिखाई देता है। अक्सर एक एंकर बनने का सपना आम व्यक्ति के लिए एक सपना ही रह जाता है, जिसका कारण है सही दिशा-निर्देशों का अभाव। अगर आप भी न्यूज़ एंकरिंग (News Anchoring) के क्षेत्र में अपना करियर बनाने का मन बना रहे हैं तो इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको अपने सभी सवालों का जवाब मिल जायेंगे-
कैसे बनाएं एंकरिंग में करियर?
एक अच्छा एंकर बनने के लिए आपको अच्छे संस्थान से जर्नलिज़्म एंड मास कम्युनिकेशन का कोर्स करना जरूरी हो जाता है। इस कोर्स के लिए आपका 12वीं पास होना जरुरी है। किसी भी स्ट्रीम से जुड़े छात्र इस कोर्स में दाखिला ले सकते हैं। इस कोर्स में आपको एंकरिंग के अलावा रेडियो, न्यूज़पेपर, कैमरा एंड प्रॉडक्शन और एडवर्टाइज़िंग जैसी सभी फील्ड के बारे में जानकारी दी जाती है। इसके अलावा अगर आप अपनी ग्रैजुएशन पूरी कर चुके हैं और अब इस क्षेत्र में जाना चाहते हैं तो टीवी एंकरिंग का डिप्लोमा कोर्स करने के बाद भी इस लाइन में प्रवेश पा सकते हैं। हालांकि इसके लिए आपको थोड़ी अप्रोच का इस्तेमाल करना पड़ सकता है।
कितनी होती है कोर्स की अवधि और फीस?
अगर आप टीवी एंकरिंग का एक साल का डिप्लोमा कोर्स किसी अच्छे संस्थान से करते हैं तो इसकी फीस लगभग 50 हज़ार रुपए साल की होती है। वहीं अगर आप तीन साल के ग्रैजुएशन कोर्स में जाना चाहते हैं तो सरकारी संस्थान में इसकी फीस 15-20 हज़ार रुपए सालाना रहती है और प्राइवेट संस्थान में इसकी फीस 1 लाख से 2.5 लाख रुपए सालाना तक होती है। ग्रैजुएशन के बाद इसके मास्टर्स कोर्स की फीस 20 हज़ार रुपए से लेकर एक लाख रुपए तक होती है। कई विश्वविद्यालयों में अब एक एंट्रेस टेस्ट क्लियर करने के बाद ही वे आपको इस कोर्स में प्रेवश दे देते हैं।
कैसे बनें एक अच्छा न्यूज़ एंकर?
एक अच्छा न्यूज़ एंकर (News Anchoring) बनने के लिए अच्छे संस्थान से शिक्षा और डिग्री हासिल करना ही काफी नहीं होता। इसके लिए आपके अंदर कई विशेषताओं का होना भी बेहद जरुरी है-
बोलते समय आत्मविश्वास जरुरी
एक अच्छे न्यूज़ एंकर (News Anchoring) की आवाज़ और भाषा में आत्मविश्वास का होना बहुत जरुरी है। अगर आप बिना आत्मविश्वास के अपनी बात पेश करेंगे तो सामने वाला व्यक्ति आपकी बातों पर संदेह करेगा। इसीलिए एक अच्छा न्यूज़ एंकर बनने के लिए अपनी आवाज़ में एक कड़कपन, परिपक्वता और आत्मविश्वास का होना आवश्यक है।
फिजिकल पॉजिशन करें मेंटेन
एक न्यूज़ एंकर को घंटो तक बैठना होता है। अगर आप टीवी पर कोई शो होस्ट कर रहे हैं तो आपकी बॉडी एंड फिजिकल पोजिशन का सही होना अनिवार्य है। एक आलसी और हर समय थका हुआ महूसूस करने वाला व्यक्ति कभी भी अच्छा एंकर नहीं बन सकता।
लोगों से संपर्क बनाना जरुरी
मीडिया इंडस्ट्री पूरी तरह से आपके संपर्कों पर ही आधारित है। इस फील्ड में आप जितने ज्यादा लोगों से बात करेंगे और अपने संपर्क बढ़ाएंगे, उतना जल्दी ही आप कामयाबी के शिखर को छू पाएंगे। इसलिए अगर आप न्यूज़ एंकरिंग (News Anchoring) के क्षेत्र में अपना करियर बनाने का मन बना रहे हैं तो अभी से लोगों से जुड़ने और संपर्क बनाने का प्रयास शुरु कर दें।
अपनी पर्सनालिटी बनाए दमदार
एक न्यूज़ एंकर का अच्छा दिखना भी बेहद जरुरी होता है। एक चैनल को प्रेज़ेंट करने का पूरा दारोमदार न्यूज़ एंकर पर होता है। करोड़ो लोगों तक अपनी बात पहुंचाने के लिए उसकी पर्सनालिटी में दम होना बहुत जरुरी है।
कोर्स पूरा होने के बाद क्या करें?
जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन का कोर्स पूरा होने के बाद आपके पास एंकरिंग (News Anchoring) में करियर बनाने के कई विकल्प मौजूद रहते हैं। आइये जान लेते हैं कोर्स के बाद किस तरह से एक अच्छे एंकर तक का सफर पूरा किया जा सकता है-
अनुभव का होना जरुरी
कोर्स पूरा होने के बाद आप सीधे एक एंकर की जॉब के लिए अप्लाई नहीं कर सकते। इसके लिए आपके पास 1-2 सालों का अनुभव होना बहुत जरुरी है। अनुभव के लिए आप किसी न्यूज़ चैनल में बतौर न्यूज़ रिपोर्टर और राइटर अपने करियर की शुरुआत कर सकते हैं। थोड़े अनुभव के बाद आप एंकर के लिए ऑडिशन देकर अपना करियर बना सकते हैं।
छोटे चैनल से करें शुरुआत
बेहतर रहेगा कि आप अपने करियर की शुरुआत किसी छोटे चैनल के साथ करें। ज़ी न्यूज़ और आजतक जैसे बड़े चैनल्स में आपको आसानी से एंकरिंग का मौका नहीं मिलेगा। वहीं किसी छोटे चैनल में आप आसानी से खुद को एक्सप्लोर कर पाएंगे। यहां आपको अपनी प्रतिभा दिखाने के ज्यादा अवसर मिल पाएंगे।
फील्ड रिपोर्टर के तौर पर करे काम
एक फील्ड रिपोर्टर का काम बेहद ही मजेदार होता है। फील्ड रिपोर्टर की ड्यूटी 24 घंटे तक की हो सकती है। हालांकि उसे इतने घंटे लगातार काम नहीं करना होता। ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि उसे आधी रात को भी खबर लेने के लिए घर से निकलना पड़ सकता है। फील्ड रिपोर्टर के तौर पर काम करने से आप टीवी पर तो आ ही जाएंगे, साथ ही हर रोज़ कुछ नया सीखने को भी मिलेगा।
खुद का वेब पोर्टल बनाएं
आज जमाना सोशल मीडिया का है। ऐसे में आप अपना खुद का वेब पोर्टल बनाकर भी अपने करियर की शुरआत कर सकते हैं। अपने पोर्टल पर रोज़ाना प्रमुख खबरों की विडियो शूट कर अपलोड करना शुरु कीजिए। साथ ही आप अपना यू-ट्यूब चैनल भी बना सकते हैं। हालांकि इसमें आपको कमाई करने में थोड़ा समय लग सकता है। वहीं आपकी विडियोज़ देखकर कुछ मीडिया संस्थान आपको सामने से भी नौकरी का ऑफर दे सकते हैं।
सालाना कमाई का आंकड़ा
मीडिया एक ऐसा क्षेत्र है जहां आप अपनी काबीलियत और हुनर के हिसाब से कमाई भी कर सकते हैं। शुरुआत में आप किसी भी चैनल के साथ जुड़ते हैं तो वहां आपको 12 से 15 हज़ार रुपए महीने के हिसाब से हायर किया जाएगा। इसके बाद सब कुछ आपकी परफॉर्मेंस और कामकाज पर निर्भर करता है। जितनी जल्दी आप अपने सीनियर्स को अपने काम से प्रभावित करेंगे, उतनी तेजी से आप अपने करियर ग्राफ का लेवल भी बढ़ा पाएंगे। बड़े चैनल के प्रमुख एंकर्स की सैलरी 2.5 लाख से 4 लाख प्रतिमाह तक की होती है। हालांकि उस लेवल पर पहुंचने के लिए आपको काफी मेहनत करनी पड़ेगी।
इसके अलावा समय-समय पर आपको कंपनी बदलते रहना भी बहुत जरुरी है। केवल एक कंपनी में बने रहने से आप इस फील्ड में तरक्की नहीं कर पाएंगे। कुछ एक्सपीरियंस हासिल करने के बाद बड़ी कंपनी में जॉब के लिए ट्राई करते रहना होगा।
एंकरिंग का कोर्स कराने वाले प्रमुख संस्थान
- सिम्बायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ मीडिया एंड कम्युनिकेशन, पुणे
- सेंट ज़ेवियर्स कॉलेज, मुंबई
- डिपार्टमेंट ऑफ मीडिया स्टडीज, क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, पुणे
- एशियन कॉलेज ऑफ जर्नलिज़्म, चेन्नई
- टाइम्स स्कूल ऑफ जर्नलिज़्म, नई दिल्ली
- मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेशन, मणिपाल
- जगन्नाथ इंटरनैशनल मैनेजमैंट स्कूल, इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी, दिल्ली