देश में नागरिक संशोधन विधेयक (Citizenship Amendment Bill) संवैधानिक रूप से लागू कर दिया गया है। लोकसभा और राज्यसभा में मंजूरी मिलने के बाद राष्ट्रपति ने भी इस कानून पर अपनी मोहर लगा दी थी। लेकिन अब इस विधेयक के खिलाफ हो रहे धरना, विरोध प्रदर्शन को देखते हुए आने वाले समय में नागरिक संशोधन विधेयक को लेकर कुछ बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। जिस बात का इशारा खुद गृहमंत्री अमित शाह ने किया है। झारखंड की रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह में इस बात की ओर इशारा किया। अमित शाह ने कहा- हम बांग्लादेश, अफगानिस्तान और पाकिस्तान में धार्मिक प्रताड़ना झेलने वाले शरणार्थियों के लिए CAB लाए तो कांग्रेस के पेट में दर्द हो गया। वो इसे मुस्लिम विरोधी कहते हैं। ट्रिपल तलाक और 370 हटाया तो उसे मुस्लिम विरोधी कहा, हमने सर्जिकल और एयर स्ट्राइक की तो बोले मुस्लिम विरोधी है।
विपक्ष CAB को लेकर North East में आग भड़काने का काम कर रहा है।
मैं असम और North East के सभी राज्यों से कहता हूँ कि आपकी संस्कृति, भाषा, सामाजिक पहचान और अधिकार अक्षुण्ण रहेंगे।
मेघालय की कोई समस्या होगी तो उसका सकारात्मक रूप से समाधान निकालेंगे।
किसी को डरने की जरूरत नहीं है। pic.twitter.com/hyK1Gxo8aq
— Amit Shah (@AmitShah) December 14, 2019
वहीं इस कानून को लेकर उन्होंने कहा- विपक्ष CAB (Citizenship Amendment Bill) को लेकर North East में आग भड़काने का काम कर रहा है। मैं असम और North East के सभी राज्यों से कहता हूँ कि आपकी संस्कृति, भाषा, सामाजिक पहचान और अधिकार अक्षुण्ण रहेंगे। मेघालय की कोई समस्या होगी तो उसका सकारात्मक रूप से समाधान निकालेंगे। किसी को डरने की जरूरत नहीं है।