उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अब उत्तर प्रदेश की बेरोजगारी को धीरे-धीरे समाप्त करने की दिशा में कई कदम उठा रही है। इसी बीच पिछले कुछ वर्षों में देखा गया है कि उत्तर प्रदेश के पॉलिटेक्निक संस्थानों में शिक्षकों की भारी कमी होने के कारण विद्यार्थी अच्छी तरह से शिक्षा ग्रहण नहीं कर पाते। लेकिन यह माना जा रहा है कि इसी सत्र में 1000 से ज्यादा नए शिक्षक पॉलिटेक्निक संस्थानों को मिल जाएंगे। शिक्षकों की कमी के कारण उसे नाराज होकर अखिल भारतीय तकनीकी विद्यार्थी परिषद ने प्राविधिक शिक्षा परिषद को चेतावनी दी थी कि यदि जल्द से जल्द शिक्षकों की संख्या नही बढ़ाई गई तो मानक न पूरे करने वाली संस्थाओं को बंद कर दिया जाएगा।
यह माना जा रहा है कि जिन अध्यापकों को इस सत्र के दौरान नौकरी मिलेगी। उनका वेतन लगभग ₹25000 होगा। मनोज कुमार निदेशक प्राविधिक शिक्षा के बारे में बताते हैं कि इसमें सभी रिटायर्ड प्रिंसिपल, विभागाध्यक्ष और व्याख्याता 69 साल की आयु तक शिक्षण का कार्य कर सकेंगे। बाद में रिटायर होने वालों को प्राथमिकता भी दी जाएगी सूची तैयार हो रही है और यह माना जा रहा है कि यह सभी अध्यापक इसी सत्र में अपने अध्यापन का कार्य शुरू कर देंगे।