उत्तरप्रदेश में जैसे जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं। वैसे वैसे सभी पार्टियाँ वोटर्स को अपनी ओर आकर्षित करने की कोशिश कर रहीं हैं। किसी पार्टी ने 300 यूनिट फ्री बिजली देने का ऐलान किया है तो किसी पार्टी ने बेटियों को स्कूटी देने की बात कही है। प्रदेश में जाति की राजनीति भी अब तेज होती जा रही है। सभी पार्टियाँ ब्राह्मणों को अपनी तरफ करने के लिए अलग अलग तरह के दाँव चल रहीं हैं। सपा के ब्राह्मण नेता लम्भुआ से विधायक रहे संतोष पांडेय भगवान परशुराम की मूर्ति तैयार करवा रहे हैं। इस मूर्ति को जयपुर में प्रसिद्ध मूर्तिकार राजकुमार पंडित तैयार कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक सुल्तानपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के किनारे 108 फीट ऊंची परशुराम की प्रतिमा की स्थापना की जायेगी। मूर्ति के स्थापना के दिन एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन होगा, जिसमें प्रदेश के तमाम महामंडलेश्वर भी शिरकत करेंगे। साथ ही यहां एक जनसभा का आयोजन होगा, जिसमें ब्राह्मण समाज के लोग शामिल होंगें।
दरसल कुछ समय पहले तक ब्राह्मण राजनीति के केन्द्र में थे। इसी के चलते समाजवादी पार्टी ने ऐलान किया था कि पार्टी भगवान परशुराम की सबसे बड़ी प्रतिमा लगवाएगी। इसके बाद बहुजन समाज पार्टी ने भी ऐलान किया था कि ब्राह्मण कुलश्रेष्ठ भगवान परशुराम की प्रतिमा हमारी पार्टी भी लगवाएगी। ब्राह्मणों के रिझाने के लिए पार्टी ने प्रबुद्ध सम्मेलन भी प्रारम्भ कर दिये हैं। जिसकी शुरुआत अयोध्या से हुई थी। आपको बता दें कि सपा की घोषणा के बाद गाजियाबाद के वसुंधरा और साहिबाबाद में भगवान परशुराम चौक की स्थापना भी की गई है। इस मूर्ति को पार्टी के नेता संतोष पांडेय की चिरंजीवी पीठ लगवा रही है। इस पीठ ने ही अब तक मेरठ के हस्तिनापुर, आगरा, जौनपुर, प्रयागराज, बुलंदशहर, हापुड़, गाजियाबाद, श्रावस्ती में 11 फीट से लेकर 31 फीट तक की भगवान परशुराम की मूर्ति लगवा चुकी है।