नई दिल्ली | कोरोनावायरस के प्रकोप के चलते अमेरिका में पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्रों को अब वहां से वापस आना पड़ सकता है। अमेरिकी सरकार ने सोमवार को उन छात्रों का वीजा वापस लेने का ऐलान किया है, जिनकी क्लासेज केवल ऑनलाइन मॉडल पर हो रही हैं। इमिग्रेशन और कस्टम इनफोर्समेंट डिपार्टमेंट (आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन विभाग) की तरफ से एक बयान जारी करके कहा गया कि नॉनइमिग्रैंट F-1 और M-1 छात्रों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। जिनकी केवल ऑनलाइन क्लासेज चल रही हैं, ऐसे छात्रों को अमेरिका में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। जो छात्र वहाँ रहकर पढ़ाई कर रहे हैं उन्हें भी अब अमेरिका छोड़कर अपने देश वापस जाना होगा।
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ICE ने स्टेट्स के विभागों से कहा कि ऐसा छात्र जिनकी कक्षाएं पूरी तरह से ऑनलाइन चल रही हैं, उन्हें अगले सेमेस्टर के लिए वीजा जारी नहीं किया जाएगा और न ही ऐसे छात्रों को राज्य में घुसने की अनुमति दी जाएगी। आपको बता दें कि ICE के अनुसार, F-1 के छात्र अकैडमिक कोर्स वर्क में हिस्सा लेते हैं जबकि M-1 स्टूडेंट ‘वोकेशनल कोर्सवर्क’ के छात्र होते हैं। हालांकि अमेरिका की ज्यादातर यूनिवर्सिटीज ने अब तक अगले सेमेस्टर के लिए योजना के बारे में नहीं बताया है। ज्यादातर कॉलेजों के लिए हाइब्रिड मॉडल का ऐलान किया था लेकिन हॉर्वर्ड जैसे कुछ बड़े विश्वविद्यालयों ने छात्रों के लिए पूरी तरह से ऑनलाइन क्लासेज का इंतजाम कर दिया है।