भारत एक सांस्कृतिक देश है और भारत में बहुत से ऐसे मंदिर हैं जिनसे भारत में रहने वाले बहुसंख्यकों की आस्था जुड़ी हुई है। कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक और कटक से लेकर दिल्ली तक बहुत सारे प्रसिद्ध मंदिर हैं। उन्हीं में एक मंदिर है बद्रीनाथ धाम। भारत सरकार लगातार भारतीय संस्कृति को संजोने के लिए और उनका विकास करने के लिए कटिबद्ध है। इसीलिए बद्रीनाथ धाम में सुविधाओं के विस्तार के लिए 424 करोड़ रुपए के मास्टर प्लान को तैयार किया गया है। इस प्लान के तहत मंदिर के चारों और श्रद्धालुओं के आवागमन के लिए सुविधाओं तथा अन्य व्यवस्थाओं का विस्तार किया जाएगा। चमोली की जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बताया की बद्रीनाथ धाम में 3 चरणों में विकास कार्य होने हैं।
1. सबसे पहले चरण में शेष नेत्र झील तथा बद्री जिनका सौंदर्यीकरण होना है, जिसके बाद बद्रीनाथ धाम की भव्यता और अधिक बढ़ जाएगी।
2. दूसरे चरण के तहत मुख्य मंदिर तथा उसके आसपास के क्षेत्र का सौंदर्यीकरण होगा, जिसमें वनस्पतियों को रोपा जाएगा, जिससे बद्रीनाथ धाम के चारों ओर का वातावरण हरियाली से भर जायेगा।
3. अंतिम चरण में मंदिर से शेष नेत्र झील को जोड़ने वाले पथ का निर्माण कार्य प्रस्तावित किया जा रहा है। जिला अधिकारी ने बताया कि इस मास्टर प्लान के तहत प्रस्तावित निर्माण कार्य के लिए प्रभावित होने वाली सरकारी तथा निजी भूमि, भवन और संपत्तियों का आकलन किया जा रहा है।