भारतीय सेना के 20 जवानों ने पिछले दिनों पूर्वी लद्दाख की गलवान में अपना सर्वोच्च बलिदान दे दिया। इस घटना के बाद पूरे देश में चीन के खिलाफ बहुत गुस्सा है। पूरे देश में लोग चीन के सामान तथा उसके मोबाईल एप्स को बैन करने की बात कर रहें हैं। इसी बीच वायुसेना के प्रमुख ने हैदराबाद में वायुसेना की पासिंग आउट परेड में आर के एस भदौरिया ने कहा, ” चीन की यह हरकत हमें बिलकुल मंजूर नहीं है। हम किसी भी अचानक हुई घटना का जबाब देने में सक्षम और तैयार हैं। उन्होंने कहा में पूरे देश को विश्वास दिलाना चाहता हूँ। गलवान घाटी में दिया गया हमारे शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जायेगा!”
वायुसेना प्रमुख ने गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प पर कहा, “अत्यधिक चुनौतीपूर्ण हालातों में वीरतापूर्ण कार्रवाई ने किसी भी कीमत पर भारत की संप्रभुत्ता की रक्षा की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाया है।” उन्होंने साथ ही ये भी कहा कि चीन ने सैन्य बातचीत में हुए समझौते को तोड़ा है। इस वज़ह से हमारे सैनिकों की शहादत हुई। लेकिन LAC पर इस वक्त शांति बनाए रखने का प्रयास कर रहें हैं। इस दौरान वायुसेना प्रमुख ने लद्दाख में शहीद हुए कमाडिंग ऑफिसर कर्नल संतोष बाबू और 19 जवानों को श्रद्धांजलि भी दी। इससे पहले 17 जून की देर रात को भी वायुसेना प्रमुख भदौरिया ने लेह एयरबेस का दौरा किया था। वायुसेना इस समय लद्दाख में पूरी तरह तैयार है।